भाजपा-कांग्रेस के लिए बड़ी चुनौती, जयस 80 सीटों पर उतारेगा अपने उम्मीदवार

भोपाल
मध्य प्रदेश में इस बार कांग्रेस और भाजपा की परेशानी बढ़ाने आदिवासी संगठन उभर रहा है। जय आदिवासी युवा शक्ति  (जयस) इस बार आदिवासी बाहुल्य 80 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगा। संगठन के प्रदेश संयोजन हीरा अलावा ने कहा कि सत्ता पर काबिज बीजेपी सरकार को हटाने के लिए वह प्रदेश के सभी आदिवासियों को एकजुट करेंगे। जयस ने बीजेपी के अलावा दूसरे विरोधी दलों को समर्थन देने के लिए एक शर्त भी रखी है। उन्होंने कहा कि अगर हमारा समर्थन किसी पार्टी को चाहिए तो वह सीएम के तौर पर आदिवासी चेहरे को प्रोजेक्ट करे।

जयस का प्रदेश के आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र में काफी अच्छा असर है। खबर है कि जयस प्रदेश के 22 जिलों में अपनी जड़ें जमा चुका है। इसस कांग्रेस को काफी नुकसान हो सकता है। इसलिए कांग्रेस गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के साथ-साथ जयस के संपर्क में भी बनी हुई है।

'जयस' को मामूली आंदोलन समझ कर हल्के में लेने वाले राजनीतिक दल उस वक्त चौकन्ने हो गए जब धार- झाबुआ, खरगोन, बड़वानी ज़िले में जयस ने एबीवीपी और एनएसयूआई को हराकर कॉलेज चुनाव की 162 सीटों पर कब्जा जमाया। किसी मीडिया का सहारा नहीं लेते हुए सिर्फ सोशल मीडिया और फेसबुक के दम पर आदिवासी पंचायतों का आयोजन किया और अपना नेटवर्क तैयार किया। यहीं 'जयस' अब प्रदेश की 80 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े करने की तैयारी में है।