300 आतंकी भारत में घुसपैठ की फिराक में LoC पर मौजूद -बीएसएफ महानिदेशक

श्रीनगर
सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने सोमवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kasmir) में नियंत्रण रेखा पर माछिल सेक्टर में यह सुनिश्चित करने के लिए अभियान अब भी जारी है कि क्षेत्र में कहीं कोई अन्य आतंकवादी (Terrorist) तो मौजूद नहीं है. उत्तरी कश्मीर में कुपवाड़ा जिले के माछिल सेक्टर में रविवार को आतंकवादियों की घुसपैठ को विफल करते समय एक अधिकारी सहित तीन सैन्यकर्मी और बीएसएफ का एक कांस्टेबल शहीद हो गया था. सुरक्षाबलों ने इस दौरान तीन आतंकवादियों को मार गिराया था.
250-300 आतंकवादी घुसपैठ का इंतजार कर रहे हैं
बीएसएफ के अतिरिक्त महानिदेशक सुरिंदर पवार ने कहा, ‘अभियान अब भी जारी है. क्षेत्र काफी दुर्गम और ऊंचा-नीचा है. हम स्वयं को इस बारे में संतुष्ट करना चाहेंगे कि वहां कोई आतंकवादी नहीं है. नियंत्रण रेखा पर लगभग 250-300 आतंकवादी घुसपैठ का इंतजार कर रहे हैं. हमारी घुसपैठ रोधी ग्रिड काफी मजबूत है और इसकी क्षमताओं में सुधार एक नियमित कवायद है.’
घुसपैठ का प्रयास
वह श्रीनगर के बाहरी इलाके में बीएसएफ एसटीसी, हुमहामा में कांस्टेबल सुदीर सरकार को श्रद्धांजलि अर्पित करने के कार्यक्रम से इतर संवाददाताओं से बात कर रहे थे. पवार ने कहा कि यह घुसपैठ का प्रयास था, न कि पाकिस्तान की बॉर्डर एक्शन टीम (बैट) का हमला. उन्होंने बताया कि सुरक्षाबलों को एक पखवाड़े पहले घुसपैठ के आतंकवादियों के प्रयास के बारे में सूचना मिली थी.
15 दिन पहले मिली थी सूचना
पवार ने कहा, ‘हमें लगभग 15 दिन पहले सूचना मिली थी कि आतंकवादी घुसपैठ की कोशिश करेंगे. इसलिए हमारी घात लगाकर कार्रवाई करने वाली एवं गश्ती टीम ने क्षेत्र में रात के समय पहरेदारी की. रात (रविवार को) लगभग एक बजे गश्ती टीम को कुछ संदिग्ध गतिविधियां दिखीं और उसने आतंकवादियों को चुनौती दी. आतंकवादियों ने गोलीबारी कर दी जिससे कांस्टेबल सरकार बुरी तरह घायल हो गए. वह वीरता से लड़े और शहीद होने से पहले एक आतंकवादी को मार गिराया.’ उन्होंने कहा कि दो अन्य आतंकवादी घटनास्थल से भाग गए और बीएसएफ ने इसकी सूचना अपनी अन्य चौकियों तथा सेना को दी.