अक्षय पात्र से 4 डायरेक्टर्स ने दिया इस्तीफा, लाखों बच्चों को खाना उपलब्ध कराने वाले

अक्षय पात्र से 4 डायरेक्टर्स ने दिया इस्तीफा, लाखों बच्चों को खाना उपलब्ध कराने वाले
बेंगलुरु , देश के सबसे बड़े एनजीओ में से एक अक्षय पात्र फाउंडेशन (एपीएफ) सवालों के घेरे में आ गया है। इसके पीछे की वजह, एनजीओ के चार स्वतंत्र निदेशकों का इस्तीफा देना है। चारों ने एनजीओ के गवर्नेंस मुद्दे पर इस्तीफा दिया था। इनमें इंफोसिस के दो पूर्व सीएफओ- मोहन दास पाई और वी. बालाकृष्णन और दो अन्य- राज कोंदूर और अभय जैन शामिल हैं। मालूम हो कि अक्षय पात्र फाउंडेशन 19,039 स्कूलों के छात्र-छात्राओं को रोजाना 18 लाख से ज्यादा भोजन उपलब्ध कराता है। अक्षय पात्र एनजीओ 12 राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों के स्कूलों के बच्चों को भोजन प्रदान करता है। एनजीओ को राज्य सरकारों से अनुदान और नकद के रूप में सालाना 248 करोड़ दिए जाते हैं, जबकि अन्य डोनेशन के जरिए से उसने 352 करोड़ रुपये जुटाए। एपीएफ को साल 2000 में इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शसनेस (ISKCON) की बेंगलुरु शाखा द्वारा शुरू किया गया था। मोहन दास पाई और अभय जैन एनजीओ की शुरुआत से ही इसके साथ जुड़े रहे हैं। माना जा रहा है कि स्वतंत्र निदेशकों ने यह मुद्दा उठाया था कि एपीएफ जो खाना उपलब्ध कराता है, उसकी कीमत, उसी तरह के अन्य भोजन की तुलना में काफी अधिक होती है। इसके अलावा, यह भी कहा जा रहा है कि उन्होंने हितों के टकराव के मुद्दों को भी उठाया था क्योंकि एपीएफ बोर्ड के कुछ सदस्य इस्कॉन बेंगलुरु, हरे कृष्ण फाउंडेशन और अन्य के बोर्ड में हैं।  एनजीओ में हेड ऑफ कम्युनिकेशंस के पद पर काम कर रहे नवीन निराद दास ने हमारे सहयोगी अखबार हिन्दुस्तान टाइम्स से बताया कि हां यह सच है कि स्वतंत्र निदेशकों के इस्तीफे के बाद बोर्ड का फिर से पुनर्गठन किया गया है। उन्होंने कहा, 'मिस्टर जैन ने फरवरी-मार्च में इस्तीफा दिया था, जबकि बाकी तीनों ने इस महीने (नवंबर) अपने पद से इस्तीफा दिया है।' उन्होंने ने यह भी बताया कि तीन नए स्वतंत्र निदेशक-- केवी चौधरी (पूर्व अध्यक्ष केंद्रीय सतर्कता आयोग और पूर्व केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड के अध्यक्ष), अनिल स्वरूप  (पूर्व सचिव-एमएचआरडी) और आईआईटी बॉम्बे के सीईओ एमएस उन्नीकृष्णन को शामिल किया गया है। इन सभी को उनकी सत्यनिष्ठा के लिए जाना जाता है। वहीं, जब दास से एनजीओ के खाने की कीमत और पूर्व निदेशकों के इस्तीफे को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने बताया कि मैं इसके बारे में दस वजहें बता सकता हूं। उन्होंने कहा, 'हम FSSAI के उच्चतम  मानकों का पालन करते हैं, सप्लाई चेन में शामिल सभी के लिए न्यूनतम मजदूरी सुनिश्चित करते हैं। इस वजह से बहुत वास्तविक कारण हैं कि हमारी लागत दूसरों की तुलना में थोड़ी अधिक हो सकती है।'