सर्व-सुविधायुक्त बस टर्मिनल स्टैंड बनाए जाएंगे

सर्व-सुविधायुक्त बस टर्मिनल स्टैंड बनाए जाएंगे

नगरीय विकास एवं आवास मंत्री जयवर्धन सिंह ने दिए कार्रवाई के निर्देश

भोपाल। अमृत योजना में प्रदेश के शहरों में क्लस्टर आधारित बस संचालन के लिए सर्व-सुविधायुक्त बस टर्मिनल स्टैंड बनाए जाएंगे। शहरी एवं अंर्तशहरीय मार्गों पर बस चलाई जा रही हैं। बैठक में नगरीय विकास एवं आवास मंत्री जयवर्द्धन सिंह ने बस स्टैंडों का निर्माण समय-सीमा में करवाने के निर्देश दिए। बस स्टैंड पर बसों में चढ़ने और उतरने के लिए बस-वे का निर्माण, बसों के लिए पार्किंग एरिया, टिकिट काउंटर के लिए स्थान और यात्री प्रतीक्षालय बनाए जाएंगे। इसके साथ ही यात्रियों के लिए बस स्टैंड में स्वल्पाहार की सुविधा, प्रसाधन कक्ष की सुविधा, पेयजल, बस चालक एवं परिचालक विश्राम के लिए डोरमेट्री और दिव्यांगों के लिए जरूरी सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी। बस टर्मिलन बस स्टैंड निर्माण में पब्लिक प्रायवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मोड को प्राथमिकता दी जाएगी। पीपीपी मोड के द्वारा बस स्टैंड का निर्माण संभव नहीं होने पर व्यवसायिक गतिविधि संचालित कर निर्माण राशि की प्रतिपूर्ति की जाएगी। बैठक में प्रमुख सचिव नगरीय विकास एवं आवास प्रमोद अग्रवाल, आयुक्त नगरीय विकास एवं आवास गुलशन बामरा एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। हर निकाय में होगा शव वाहन जयवर्द्धन सिंह ने कहा है कि प्रत्येक नगरीय निकाय को कम से कम एक शव वाहन जरूर उपलब्ध करवाएं। उन्होंने कहा है कि शमशान घाट दूर होने पर शव वाहन नहीं होने से स्थानीय नागरिकों को परेशानी होती है। नगरीय क्षेत्रों का आंकलन कर सुविचारित कार्ययोजना बनायें और शव वाहन के संचालन की प्रक्रिया भी सुनिश्चित करें। बैठक में प्रमुख सचिव नगरीय विकास एवं आवास प्रमोद अग्रवाल, आयुक्त नगरीय विकास एवं आवास गुलशन बामरा एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। सभी निगमायुक्त इंदौर में देखेंगे ठोस अपशिष्ट प्रबंधन की कार्य प्रणाली प्रदेश के सभी नगरपालिक निगमों के आयुक्त 10 फरवरी को इंदौर में नगरपालिक निगम द्वारा ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के लिए संग्रहण, परिवहन एवं निपटान की कार्य-प्रणाली देखेंगे। इस दौरान मुख्य सचिव नगरीय विकास एवं आवास प्रमोद अग्रवाल भी उपस्थित रहेंगे और स्थानीय स्तर पर ठोस अपशिष्ट प्रबंधन की प्रक्रिया पर चर्चा करेंगे।