स्कूल में शिक्षकों की भर्ती के लिए नही हुये प्रयास,कैसे होगा अध्यापन
rafi ahmad ansariबालाघाट। राज्य सरकार के द्वारा हर जिले में षिक्षा प्रणाली को आधूनिक और उन्नत करने के मकसद से मॉडल स्कूल और हर ब्लॉक में इंग्लिश माध्यम स्कूल खोल तो दिये गये है। लेकिन नाच न जाने आंगन टेढ़ा जैसे इन स्कूलों का संचालन होता दिखाई दे रहा है दरअसल इन स्कूलों में अंग्रेजी माध्यम के शिक्षक नही है एैसे में काम चलाउ टीचरों को लाकर अंग्रेजी माध्यम स्कुल का संचालन किया जा रहा है ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि हजारों अध्यनरत छात्र छात्राओं का भविष्य दाव पर लगा हुआ है।
जानकारी के अनुसार पहले से ही मध्यप्रदेष के संवेदनषील बालाघाट जिले में षिक्षको की भारी कमी चल रही है उपर से राज्य शासन के द्वारा बीते सत्र से हर ब्लॉक में दो-दो अंग्रेजी माध्यम स्कूल बनाया गया है इन स्कूलों का बेहतर शिक्षा के लिहाज से घोषणा होना बेहद उत्साह पुर्वक रहा लेकिन बिना शिक्षको के इन स्कुलों के संचालन पर सवालिया निषान उठ रहे है। बताया जा रहा है कि जिले के दस ब्लॉकों में दो मॉडल स्कुल और 20 इंग्लिश मीडियम स्कूल है लेकिन इन स्कूलों में योग्य टीचरों का अभाव न सिर्फ छात्र-छात्राओं के अध्यापन पर गहरा असर पढ़ रहा है बल्कि ये बात छात्रों के पालको को भी खूब खल रही है। योग्य शिक्षको के अभाव ग्रस्त इन अंग्रेर्जी माध्यम और मॉडल स्कूल की हालत को देखते हुये जानकारी पालक यही बोल रहे है कि राज्य शासन ने बेहतर शिक्षा के प्रयोेग के तौर पर बिना तैयारी के ही झूठी वाह-वाही लूटने के लिए अंग्रेजी माध्यम के स्कूल खोल तो दिये है लेकिन अभी तक राज्य ष्षासन ने इन स्कूलों में टीचरों की भर्ती तक नही निकाले है ऐसे में इन स्कूलों का कोई औचित्य नही है जैसे-तैस अतिथि शिक्षकों और काम चलाउ टीचरों के भरोसे अध्यापन का कार्य कराकर षिक्षा विभाग और शाासन प्रशासन अपनी पीठ थप-थपा रही है। वहीं जानकार जागरूक पालक गण अपने अध्यनरत बच्चों के भविष्य को लेकर बेहद चिंतित है जिनका मानना है कि जानबूझकर शासकीय मॉडल और अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में षिक्षको का अभाव रखकर या अन्य अव्यवस्थाओं का अंबार लगाकर निजीकरण को बढ़ावा दे रही है ताकि इस तरह की बदहाल स्थिति को देखकर पालक अपने बच्चों को षासकीय स्कूलों के बजाये निजी स्कूलों में पढ़ाने पर मजबूर हो जाये।
इनका कहना है
छटवीं कक्षा से इंग्लिश मीडियम स्कूल चालू हुआ था। लगभग पांच सत्र हो चूके है स्कूल चालू हुये। योग्य शिक्षको का न होना ये शासन स्तर का मामला है। शासन ही अंग्रेजी माध्यम के शिक्षको की भर्ती करायेगा। हम अपने स्तर पर अंग्रेस माध्यम के स्कूल चलाने के पुरे प्रयास कर रहे है।
राजेन्द्र श्रीवास्तवसहायक परियोजना समन्वयक शिक्षा विभाग बालाघाट