GST से सरकार को राजकोषीय घाटे के लक्ष्य तक पहुंचने की जगी उम्मीद
 
                                नई दिल्ली
गुड्स ऐंड सर्विस टैक्स (जीएसटी) के जरिए सरकार राजकोषीय घाटे के लक्ष्य तक पहुंच सकती है। जुलाई 2017 में जीएसटी को लॉन्च किया गया और तब से अब तक 1.07 लाख करोड़ की रकम सरकार को मिल चुकी है। सोमवार को जारी किए गए आंकड़े से यह जानकारी मिली है।
1 फरवरी को अंतरिम बजट के अनुसार इस साल जीएसटी से सरकार को 11.47 लाख करोड़ संकलन का अनुमान है, लेकिन अभी तक की डिटेल्स के अनुसार यह आंकड़ा 11.77 लाख करोड़ तक जा सकता है। ध्यान देने की बात है कि कई उत्पादों पर जीएसटी में मिली छूट के बाद भी इतनी कलेक्शन की उम्मीद की जा रही है।
एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने राजकोषीय घाटे के लक्ष्य के करीब जाने का विश्लेषण करते हुए कहा, 'जीएसटी वृद्धि और अधिक हो सकती है अगर इसमें हम हम अकाउंट में टैक्स कटौती भी शामिल करें।' वित्तीय वर्ष 2019 के लिए सरकार ने डायरेक्ट टैक्स के जरिए 12 लाख करोड़ के संकलन का अनुमान जताया है। डायरेक्ट टैक्स में वृद्धि से नॉर्थ ब्लॉक अधिकारियों की उम्मीद बढ़ी है और उन्हें राजकोषीय घाटे के लक्ष्य जीडीपी के 3.4% के आसपास पहुंचने का अनुमान है।
जीएसटी कलेक्शन में वृद्धि पर अरुण जेटली कह चुके हैं, 'मार्च में सर्वाधिक जीएसटी कलेक्शन 1,06,577 करोड़ हुआ है। यह स्पष्ट है कि मैन्युफैक्चरिंग के साथ उपभोग में भी भारी वृद्धि हुई है।' जीएसटी कलेक्शन में वृद्धि से सरकार को राजकोषीय घाटे के लक्ष्य के पास पहुंचने की उम्मीद को फिर एक बार बल मिला है।
 
                         bhavtarini.com@gmail.com
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