Syed Sikandar Ali
मण्डला - रविवार को सरदार पटैल राज्य निजी विश्वविद्यालय बालाघाट के चांसलर इंजीनियर दिवाकर सिंह मंडला पहुंचे। विश्राम गृह में पत्रकारों से चर्चा करते हुए उन्होंने बताया कि महाकौशल में इसके पहले कोई निजी विश्वविद्यालय नहीं था। यह पहला विश्वविद्यालय है जिसे मान्यता प्राप्त हुई है। 28 जुलाई को मप्र सरकार के राजपत्र पर प्रकाशन हुआ और राज्यपाल ने अनुमति प्रदान की। विश्वविद्यालय का उद्देश्य शिक्षित समाज की अवधारणा को पूरा करना है। हर वर्ग के छात्रों को नियमानुसार सहायता दी जा रही है। उद्देश्य यह है कि बच्चे यहां से पढक़र सीधे अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त करें। उन्होंने कहा कि पढ़ाने के साथ सिखाना भी हमारा उद्देश्य है। आदिवासी वर्ग छात्रों के लिए निरूशुल्क शिक्षा दी जायेगी। वहीं महिलाओं के लिए भी 60 प्रतिशत तक की छूट शुल्क में दी जावेगी। वहीं सामान्य वर्ग के छात्रों के लिए भी छूट का प्रावधान है। इस अवसर पर उपस्थित वाइस चांसलर डॉण् आरके सिंह ने कहा कि 80 एकड़ के इस कैम्पस में वे संपूर्ण सुविधाएं उपलब्ध हैं जिनकी जरूरत अच्छी शिक्षा के लिए छात्रों को रहती है। संस्था का उद्देश्य डिग्री देकर लाभ कमाना नहीं है बल्कि युवा सोच के साथ शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर करना विश्वविद्यालय का उद्देश्य है। विश्वविद्यालय के 36 महाविद्यालय स्थापित किये जा चुके हैंए जहां पर उचित शिक्षा दी जा रही है। विषय संकाय को लेकर उन्होंने कहा कि उम्दा संकाय से छात्रों में शिक्षा का ग्राफ बढ़ेगाए तो वहीं उनका बौद्धिक विकास भी होगा। विषय संकाय को लेकर विशेष तैयारियां की गईं हैं। इस दौरान सरदार पटैल ग्रुप ऑफ एजुकेशन डॉयरेक्टर वीरेश्वर सिंहए डिप्टी रजिस्ट्रार अनिल पाण्डेयए अस्सिटेंट रजिस्ट्रार मंजीत सिंहए डॉण् श्यामाचरण सिंहए डॉण् संतोष वाहेए अतुल बिसेनए सूर्यप्रताप सिंहए चंद्रप्रकाश सिंहए प्राचार्य आशीष ज्योतिषी सहित गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।