पटना, बिहार विधानसभा चुनाव में तीनों चरणों की वोटिंग संपन्न होते ही एग्जिट पोल आने शुरू हो चुके हैं। एग्जिट पोल के मुताबिक बिहार में एनडीए और महागठबंधन के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिल सकती है। दोनों गठबंधन के बीच एक वोट का युद्ध देखने को मिल सकता है। एग्जिट पोल के मुताबिक आरजेडी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरती हुई दिख रही है। हालांकि वोट फीसदी में एनडीए बाजी मारता हुआ दिख रहा है। यहां स्पष्ट कर दूं कि एग्जिट पोल केवल अनुमान है, वास्तविक फैसले के लिए 10 नवंबर का ही इंतजार करना होगा।
एग्जिट पोल में किसको कितनी सीटेंनीतीश कुमार (NDA) : 104-128 सीटें मिल सकती हैं।तेजस्वी यादव (UPA) : 108 से 131 सीटें मिल सकती हैं।चिराग पासवान (LJP): 1 से 3 सीटें मिल सकती हैं।अन्य : 4-8 सीटें जा सकती हैं।किसको कितनी फीसदी वोटनीतीश कुमार (NDA) : 37.7 फीसदी वोट मिलने की संभावना है।तेजस्वी यादव (UPA) : 36.3 फीसदी वोट मिलने की संभावना है।चिराग पासवान (LJP): 8.5 फीसदी वोट मिलने की संभावना है।अन्य: 17.5 फीसदी वोट मिल सकते हैं।एग्जिट पोल का पूरा विश्लेषण
इस बार का बिहार चुनाव दो रिजन में बंटा था। एक वह जहां बीजेपी के प्रत्याशी थे, एक वहां जहां जेडीयू के उम्मीदवार थे। जिन जगहों पर जेडीयू के प्रत्याशी थे वहां महागठबंधन को करीब 39 फीसदी वोट मिले, वहीं जेडीयू को करीब 34 फीसदी वोट मिलने की संभावना है। यानी करीब पांच फीसदी वोटों से महागठबंधन लीड करती दिख सकती है।
जहां बीजेपी के प्रत्याशी हैं वहां एनडीए को 43 फीसदी वोट मिलने की संभावना है और महागठबंधन को 35 फीसदी वोट मिलते हुए दिख रहे हैं। जिन सीटों पर बीजेपी के प्रत्याशी रहे वहां एलजेपी के ढाई फीसदी भी वोट नहीं रहने की संभावना है। वहीं जिन सीटों पर जेडीयू के प्रत्याशी हैं वहां एलजेपी 14.5 फीसदी वोट हासिल करती हुई दिख रही है। यानी की बीजेपी और जेडीयू के प्रत्याशियों के बीच लगभग 10 फीसदी वोटों का अंतर दिख सकता है।
मालूम हो कि बिहार विधानसभा चुनाव में तीन चरणों 28 अक्टूबर, 4 नवंबर और 7 नवंबर में वोटिंग हुई है। पहले चरण में 71 सीटों पर 54.26 प्रतिशत लोगों ने वोट डाले। दूसरे चरण में 94 सीटों पर 53.51 फीसदी वोटिंग हुई। वहीं तीसरे चरण में 78 सीटों पर 5 बजे तक करीब 53.7 % वोटिंग हुई।
बिहार में विधानसभा की कुल 243 विधानसभा सीटें हैं। इसमें से 38 सीटें अनुसूचित वर्ग के लिए रिजर्व हैं तो दो सीटें अनुसूचित जनजाति(एसटी) के लिए आरक्षित हैं। बिहार में कुल 7,29,27,396 मतदाता हैं।
बिहार के मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय से प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक, अपराह्न तीन बजे तक पश्चिमी चंपारण की विधानसभा सीटों पर 45.58 प्रतिशत, पूर्वी चंपारण में 47.46 प्रतिशत, सीतामढ़ी में 44.65 प्रतिशत, मधुबनी में 44.96 प्रतिशत, सुपौल में 51.12 प्रतिशत और अररिया में 43.22 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। इसी प्रकार किशनगंज जिले में स्थित विधानसभा सीटों पर तीन बजे तक 47.55 प्रतिशत, पूर्णिया में 46.09 प्रतिशत, कटिहार में 43.11 प्रतिशत, मधेपुरा में 46.33 प्रतिशत, सहरसा में 48.98 प्रतिशत, दरभंगा में 41.15 प्रतिशत, मुजफ्फरपुर में 48.43 प्रतिशत, वैशाली में 46.34 प्रतिशत और समस्तीपुर में 45.05 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
वाल्मीकि नगर लोकसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव में दोपहर बाद तीन बजे तक 45.58 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। यह सीट जद (यू) सांसद वैद्यनाथ महतो के निधन के कारण रिक्त हुई है। अधिकारियों ने बताया कि सभी 33,782 मतदान केन्द्रों पर सुबह सात बजे मतदान प्रारंभ हुआ और मतदान के लिए इतनी ही संख्या में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन और वीवीपीएटी मशीन लगाई गई हैं। उन्होंने बताया कि सुरक्षा व्यवस्था मजबूत बनाने के लिए अर्ध सैनिक बलों की तैनाती गई है।
चुनाव आयोग द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकडों के अनुसार 78 विधानसभा क्षेत्रों में 2.35 करोड़ मतदाताओं में से 1.23 करोड़ पुरुष, 1.12 करोड़ महिलाएं और 894 ‘‘थर्ड जेंडर’’ के मतदाता हैं। इस चरण में जदयू के 37, बीजेपी के 35, राजद के 46 और कांग्रेस के 25 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं।