ट्रेड वॉर से अमेरिका की अर्थव्यवस्था को 54,600 करोड़ रुपये का नुकसान

ट्रेड वॉर से अमेरिका की अर्थव्यवस्था को 54,600 करोड़ रुपये का नुकसान

वाशिंगटन 
राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप द्वारा छेड़े गए ट्रेड वॉर से साल 2018 में अमेरिकी अर्थव्यवस्था को 54,600 करोड़ रुपये (7.8 अरब डॉलर) का नुकसान हुआ है। प्रमुख अमेरिकी विश्वविद्यालयों के अर्थशास्त्रियों के एक दल ने अपने अध्ययन में इस बात की जानकारी दी है।  

अध्ययन करने वालों का कहना है कि उन्होंने ट्रंप की कार्रवाई के अल्पकालिक नतीजों का विश्लेषण किया और पाया कि ट्रेड वॉर से लक्षित देशों से अमेरिका के आयात में 31.5 फीसदी और निर्यात में 11 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। अध्ययन में यह भी पाया गया है कि महंगे आयात की वजह से उपभोक्ताओं और उत्पादकों को सालाना 68.8 अरब डॉलर का नुकसान हुआ। 

शोधकर्ताओं ने ककहा, 'ट्रेड वॉर से अमेरिकी अर्थव्यवस्था को कुल मिलाकर 7.8 अरब डॉलर का नुकसान हुआ है, जो सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का 0.04 फीसदी है।' 

यह अध्ययन यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया बर्कले, कोलंबिया यूनिवर्सिटी, येल यूनिवर्सिटी तथा यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया ऐट लॉस एंजेलिस (यूसीएलए) के अर्थशास्त्रियों के एक दल द्वारा किया गया है, जिसे नैशनल ब्यूरो ऑफ इकनॉमिक रिसर्च ने प्रकाशित किया है। 

खुद को 'टैरिफ मैन' करार देने वाले ट्रंप ने व्यापार घाटा कम करने के लिए अपने चुनावी अभियान और राष्ट्रपति बनने के बाद अनुचित ट्रेडेड इंपोर्ट्स पर लगाम और फ्री ट्रेड अग्रीमेंट पर फिर से विचार करने का संकल्प लिया था। 

डॉनल्ड ट्रंप ने अमेरिकी मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र को फायदा पहुंचाने के लिए संरक्षणवादी ट्रेंड एजेंडे को अपनाया है। वाशिंगटन तथा पेइचिंग दोनों ही महीनों तक इस ट्रेड वॉर में उलझे रहे और एक दूसरे के खिलाफ टैरिफ लगाते रहे हैं। ट्रंप ने यूरोपीय संघ और अन्य ट्रेडिंग पार्टनर्स से आयात पर भी टैरिफ लगाया, जिसका यूरोपीय संघ ने पुरजोर विरोध किया।