नक्सली पर्चे ने खोला बड़ा राज़, बनाया जा रहा है आतंक फैलाने का नया प्लान

कवर्धा
छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले में नक्सली तेजी से पैर पसार रहे हैं. माओवादी एक के बाद एक अपने संगठन का विस्तार करते जा रहे हैं. ऐसे में पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठना लाजमी है. वहीं, नक्सली आतंक फैलाने के लिए नई योजना बना रहे हैं. एक नक्सली वारदात के बाद बरामद हुए एक पर्चे ने नक्सलियों की खौफनाक प्लानिंग का राज़ खोल दिया है.
इस तरह आतंक फैलाने की कोशिश कर रहे नक्सली
जानकारी के मुताबिक, हाल में नक्सलियों ने कवर्धा-बालाघाट डिविजन का गठन किया है. इसके अलावा बोड़ला एरिया कमेटी भी बनाई है. इसका खुलासा हाल में मंडला जिले के मोतीनाला थाना क्षेत्र में आने वाले ग्राम नेवसा में मिले नक्सली पर्चे से हुआ है. यहां नक्सलियों ने तेंदूपत्ता फड़ में आग लगाकर यह पर्चा छोड़ा था. पर्चे से पता चला कि नक्सली नए संगठन की आड़ में खौफ फैलाने की तैयारी कर रहे हैं.
नक्सली खोज रहे नया ठिकाना
गौरतलब है कि बस्तर से पैर उखड़ने के बाद नक्सली नए और सुरक्षित इलाके की तलाश में है. इस लिहाज से माओवादी अब कवर्धा के अंदरूनी इलाकों को टारगेट कर रहे हैं. जानकारी के मुताबिक, सबसे पहले नक्सलियों ने एमएमसी जोन यानि महाराष्ट्र-मध्य प्रदेश-छत्तीसगढ़ बनाई. इसके बाद जीआरबी डिविजन मतलब गोंदिया-राजनांदगांव-बालाघाट का गठन किया. अब नक्सली इससे एक कदम आगे बढ़ते हुए केबी यानि कवर्धा-बालाघाट डिविजन कमेटी बनाई है. साथ ही कवर्धा जिले में बोड़ला एरिया कमेटी का भी विस्तार कर लिया है. नक्सली बकायदा इस नाम से पर्चे भी जारी कर रहे है.
ग्रामीणों को साधने की जुगत में नक्सली
वनांचल के सूपापानी, पंडरीपानी, सिवनी, बहनाखोदरा, माराडबरा, बारहपानी, सौरू, बोल्दा जैसे सुदुर वनांचल के ग्राम में नक्सली अपना नेटवर्क मजबूत कर चुके हैं. वे लगातार यहां आकर बैठक लेकर ग्रामीणों को साधने की जुगत में लगे हुए हैं. इस घटनाक्रम ने पुलिस के कान खड़े कर दिए हैं. पुलिस पहले से ज्यादा सक्रिय होकर इस क्षेत्र में तलाशी अभियान चला रही है. अगर पुलिस का रवैया ढुलमुल रहा तो ये क्षेत्र भी जल्द ही नक्सलगढ़ बन सकता है.