पाक सेना में बगावत का डर, सैनिकों-अफसरों के सोशल मीडिया इस्तेमाल पर लगा बैन
पेशावर
पाकिस्तान में सेना ने सैनिकों और अफसरों के सोशल मीडिया इस्तेमाल करने पर प्रतिबंध लगा दिया है। पाकिस्तान सेना मुख्यालय की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि कई बार चेतावनी दिए जाने के बावजूद संवेदनशील जानकारी सोशल मीडिया पर लीक की जा रही है। इसके चलते देश की सुरक्षा को खतरा पहुंचता है । हालांकि जानकारों का कहना है कि पाकिस्तानी सेना ने यह कदम बलूच सैनिकों के विद्रोह की आशंका के चलते उठाया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पाकिस्तानी सेना के इस प्रतिबंध के दायरे में कार्यरत जवानों के साथ ही रिटायर हो चुके सैनिक भी हैं।आदेश में कहा गया है कि कई बार बताने के बाद भी आधिकारिक जानकारी सोशल मीडिया पर डाली जा रही है।ऐसे में सेना से जुड़े लोग किसी भी तरह के सोशल मीडिया ग्रुप, पेज और अकाउंट से अलग हो जाएं और इस तरह की गतिविधियों को 30 जनवरी तक बंद कर दें. ऐसा नहीं करने पर कड़े कदम उठाए जाएंगे। जानकारों का मानना है कि पाकिस्तानी सेना ने बलूच सैनिकों के विद्रोह की आशंका में यह कदम उठाया है। ऐसा शक है कि बलूच सैनिक सेना के खिलाफ विद्रोह में शामिल हो सकते हैं। बलूचिस्तान से लगातार विद्रोह की आवाज उठती रहती है। पाकिस्तानी सेना और बलूच विद्रोहियों में काफी समय से संघर्ष चल रहा है।
बलूचिस्तान के लोग आजादी की मांग कर रहे हैं। बलूच दुनियाभर में कई जगहों पर पाकिस्तानी सेना के दमन के खिलाफ प्रदर्शन करते रहे हैं। सोशल मीडिया पर इस तहत के मूवमेंट चल रहे हैं।इसके तहत फोटो, वीडियो और पोस्ट के जरिए बताया जाता है कि किस तरह बलूच लोगों को दबाया जाता है। पाकिस्तानी सेना पर कई बार बलूचिस्तान में मानवाधिकारों के उल्लंघन का आरोप लगा है। सूत्रों के हवाले से मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि इस तरह के माहौल को देखते हुए पाकिस्तानी सेना ने यह सोशल मीडिया को बैन करने का फैसला लिया है।