बुराड़ी: 11 पाइप, 11 ऐंगल, 11 खिड़कियां और 11 शव, महज इत्तेफाक या प्लैनिंग?

 नई दिल्ली 
बुराड़ी के संत नगर में 11 लाशों के पीछे का सच आखिर क्या है? किसी गहरी साजिश के तहत पूरे परिवार का खात्मा कर दिया या यह सामूहिक खुदकुशी थी। आखिरी वक्त में क्या कोई संदेश कहीं से मिला जो एकसाथ पूरा परिवार मौत को आसानी से गले लगाने को तैयार हो गया। पुलिस की मानें तो अभी तक की थिअरी में यह साफ जाहिर है कि बेहद प्लैनिंग के तहत कदम उठाया गया।  
 
आखिरी वक्त में सभी कतार में स्टूल पर खड़े हुए होंगे, तभी नोट्स में लिखे निर्देशानुसार फंदा लगाया होगा और अंत में एक किसी शख्स ने कूदने की कहा और सभी स्टूल को साइड में पटककर लटक गए। पुलिस को जांच के दौरान पूजास्थली से 9 मोबाइल फोन मिले हैं। इसके अलावा एक आईपैड है। फोन में एक आईफोन, एक वीवो, पुराने नोकिया, एक लावा, बाकी सैमसंग के हैं। ये सभी फोन लॉक मिले हैं जिन्हें पुलिस एक्सपर्ट की मदद से खुलवा रही है। इसमें आध्यात्मिकता, मोक्ष, रीति-रिवाज और पिछले महीने की कुछ तिथियों का जिक्र है। पूजा में इस्तेमाल हुई घी और चावल जैसी सामग्री भी घर से मिली है। पुलिस को संदेह है कि मौत के पीछे तांत्रिक या साधु की भूमिका हो सकती है। 
 
11 लोगों की मौत की मिस्ट्री से जल्द ही पर्दा उठ सकता है। पुलिस की थिअरी बता रही है कि इन 11 लोगों को अनुष्ठान, क्रिया के बहाने खुदकुशी के लिए एक शख्स ने उकसाया है। पुलिस इस मामले में कुछ संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ भी कर रही है। इसी के साथ पुलिस की थिअरी घर के 11 पाइपों, 11 ऐंगलों, 11 खिड़कियों और फिर घर में 11 लोगों की लाश पर भी घूम रही है। पुलिस जानना चाहती है कि इस फिगर का राज क्या है। घर की छानबीन में एक के बाद एक जो बातें सामने आईं उसने न सिर्फ आसपास के लोगों को चोंका दिया बल्कि जांच टीम भी सामूहिक खुदकुशी को उसे फिगर से जोड़कर देख रही है।
 
बुराड़ी खुदकुशी केस: मोक्ष पाने के लिए किया मास सुसाइड?
कहा जा रहा है कि घर व पूरे परिवार का 11 का गहरा रिश्ता था। दरअसल, घर की दीवार पर प्लास्टिक के बड़े 11 पाइप लगे हुए मिले। ये पाइप अपर ग्राउंड फ्लोर की दीवार से बगल वाले खाली प्लॉट की तरफ हल्के से निकले हुए हैं। अगर दूरी पर होते तो शायद लोग कयास न लगाते। मगर दो पाइप एक फुट की दूरी पर हैं, जबकि बाकी पाइप वहीं आसपास हैं। इन सबके बाद जांच टीम को चौंकाता है घर के लोहे के गेट पर लगे 11 ऐंगल के रोशनदान। 

बात यहीं खत्म नहीं होती। इसी तरह 11 का अंक छत की रेंलिंग में लगी लोहे की रॉड पर हैं। इन सबको जांच टीम देख ही रही थी, तभी पता चला कि घर में 11 ही खिड़कियां हैं। ऊपरी मंजिल पर पिछले डेढ़ साल से कंस्ट्रक्शन चल रहा है जिसमें 11 फिगर दिखाई दे रहा है। मकान की दाहिनी ओर की दीवार पर सभी पाइपों को लगाया गया था। इनमें चार पाइप बिल्कुल सीधे थे, जबकि सात पाइपों को टेढ़ा लगाया गया था। 

इसे महज इत्तेफाक कहेंगे या किसी तांत्रिक क्रिया का हिस्सा। घर में 11 लोगों की रहस्यमयी मौत हुई। तो क्या 11 अंक का इनकी मौत से कोई कनेक्शन है या नहीं, पुलिस इसका भी पता लगाने की कोशिश कर रही है। पुलिस की छानबीन में रविवार को इन पाइपों की ओर किसी का ध्यान नहीं गया। सोमवार को जानकारी मिलने के बाद पुलिस इस राज से भी पर्दा उठाने की कोशिश करने लगी, वहीं परिजनों और पड़ोसियों का कहना है कि इन पाइपों से परिवार की मौतों का कोई लेना-देना नहीं है। यह महज इत्तेफाक है। वहीं कुछ पड़ोसी इन पाइपों को अंधविश्वास की उसी कड़ी से जोड़कर देख रहे हैं, जिसकी पुलिस व अन्य लोग आशंका जता रहे हैं।