मर्सिडीज-बेंज अब मेड इन इंडिया

मर्सिडीज-बेंज अब मेड इन इंडिया

पुणे
ऑटो कंपनी मर्सिडीज-बेंज ने आज एक और महत्‍वपूर्ण उपलब्धि हासिल की। कंपनी ने भारत में एएमजी व्‍हीकल-एएमजी जीएलसी 43 4मैटिक कूपे का पहली बार स्‍थानीय उत्‍पादन शुरू किया। इसके साथ, मर्सिडीज-बेंज इंडिया एक ही संयंत्र में न्‍यू जेनरेशन कार (NGC), सिडैन, एसयूवी और अब एएमजी परफॉर्मेंस कारों का निर्माण करेगी। मर्सिडीज-बेंज इंडिया के पुणे-स्थित संयंत्र की क्षमता 20,000 यूनिट प्रति वर्ष है।

पहली 'मेड इन इंडिया' एएमजी, एएमजी जीएलसी 43 4मैटिक कूपे को मर्सिडीज़-बेंज के प्रबंध निदेशक व मुख्‍य कार्यकारी अधिकारी मार्टिन श्‍वेंक और कार्यकारी निदेशक (ऑपरेशंस) पीयूष अरोड़ा एसेंबली लाइंस से चलाकर बाहर लाए। इस मौके पर श्‍वेंक ने कहा कि भारत में स्‍थापित सबसे बड़े लग्‍जरी कार उत्‍पादन संयंत्र से स्‍थानीय स्‍तर पर निर्मित पहले एएमजी का तैयार होकर निकलना हमारे लिए एक महत्‍वपूर्ण उपलब्धि है।

प्रतिस्‍पर्द्धा का लाभ
उन्होंने कहा कि यह भारतीय बाजार के लिए हमारी मजबूत वचनबद्धता और हमारे ग्राहकों को कुछ अधिक मूल्‍यवान प्रदान करने के हमारे निरंतर प्रयास को दोहराता है। हमें विश्‍वास है कि एएमजी के स्‍थानीय उत्‍पादन से भारत में परफॉर्मेंस ब्रांड की लोकप्रियता और अधिक बढ़ेगी तथा परफार्मेंस मोटरिंग उत्‍साहियों की बढ़ती मांग पूरी करने में मदद मिलेगी। एएमजी के स्‍थानीय उत्‍पादन से आकर्षक भारतीय लग्‍ज़री कार बाजार में हमें प्रतिस्‍पर्द्धी लाभ मिलेगा।'

पीयूष अरोड़ा ने कहा कि मेड इन इंडिया' एएमजी जीएलसी 43 4मैटिक कूपे को तैयार करके, हमने कम-से-कम समय में विश्‍वस्‍तरीय उत्‍पाद उपलब्‍ध कराकर भारतीय ग्राहकों को स्‍थानीय रूप से अधिक मूल्‍यवान उत्‍पाद उपलब्‍ध कराने के हमारी वचनबद्धता को दोहराया है। मर्सिडीज-बेंज इंडिया का उत्‍पादन संयंत्र, भारत में हमारी विकास-गाथा का प्रमुख आधार है।


उन्होंने कहा कि अत्‍यंत उच्‍च स्‍तर का परिमार्जन और उन्‍नत तकनीक एवं लचीली प्रक्रियाओं का क्रियान्‍वयन यह सुनिश्चित करता है कि मर्सिडीज़-बेंज़ की उत्‍पादन गुणवत्‍ता सर्वाधिक कठोर वैश्विक मानकों के अनुरूप हो, और भारत की लग्‍ज़री कार इंडस्‍ट्री में निर्माण के नए मानक कायम हो सके। हमें हमारे उत्‍कृष्‍ट संयंत्र में मर्सिडीज़-बेंज़, मर्सिडीज़-मेबैक और अब मर्सिडीज़-एएमजी प्रोडक्‍ट्स तैयार करने पर बेहद गर्व है।