साबुन-मेवे की दुकान में मिले सीक्रेट लॉकर, 25 करोड़ कैश बरामद
नई दिल्ली
इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने दिल्ली के चांदनी चौक इलाके में छापे मारकर हवाला कारोबार से जुड़े बड़े रैकेट के खुलासे का दावा किया है। विभाग के मुताबिक, नया बाजार इलाके में साबुन और मेवे की छोटी दुकान में पड़े छापे में 100 से ज्यादा सीक्रेट लॉकर मिले हैं, जिनमें 25 करोड़ रुपये कैश बरामद हुआ है।
अपुष्ट सूत्रों ने इन लॉकरों की तादाद 300 बताई है। बताते हैं कि इन लॉकरों से बरामद कैश की काउंटिंग के लिए इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के अफसरों को कई रातें इन्हीं दुकानों में गुजारनी पड़ीं। ये अफसर दुकान में ही सोते, रहते, खाते रहे, जिससे कि जल्द से जल्द लॉकर से मिले कैश को गिना जा सके। सूत्रों की मानें तो अब भी इस कैश की गिनती जारी है, क्योंकि सभी लॉकरों को खोला नहीं जा सका है।
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, दुकान के बेसमेंट में करोड़ों रुपये कैश से भरे सीक्रेट लॉकर की जानकारी आयकर विभाग को दिवाली की रात मिली थी, तभी अफसरों ने इन लॉकरों को सील कर दिया था। तब स्थानीय कारोबारियों ने इसका विरोध किया था। इनका कहना था कि जिन लॉकरों पर शक हो, उन्हीं पर ऐक्शन होना चाहिए, सभी पर नहीं। विभाग ने इन लॉकरों में अब गिनती शुरू की तो ये कैश बरामद हुआ है। विभाग ने एकसाथ दिल्ली के 8 ठिकानों में ऐसे छापे मारे हैं।
NCR के बड़े कारोबारियों से जुड़े लॉकर
शुरुआती जानकारी के मुताबिक, हवाला कारोबारियों ने अपने पैसे को रखने के लिए ये लॉकर लिए थे। बताते हैं कि ये लॉकर एनसीआर के तंबाकू, केमिकल और मेवों के कारोबार से जुड़े हाई प्रोफाइल लोगों के हैं। इनका नाता दुबई के हवाला कारोबारी पंकज कपूर से जुड़ रहा है।
सीक्रेट लॉकर पर तीसरी बड़ी कार्रवाई
लॉकर ऑपरेशन से जुड़ी यह तीसरी बड़ी कार्रवाई है। सितंबर में दुबई से जुड़े 700 करोड़ के हवाला रैकेट में ईडी ने 29 लाख कैश और दस्तावेज बरामद किए थे। इससे पहले जनवरी 2018 में साउथ एक्स के एक प्राइवेट लॉकर से 40 करोड़ से ज्यादा की नगदी मिली थी।
कारोबारियों ने कहा, हिसाब देने को तैयार हैं, लेकिन परेशान न करें
स्थानीय कारोबारियों का कहना है कि बिक्री के बाद ज्यादातर लोग अपना कैश इन्हीं प्राइवेट लॉकर (सरकार से मान्यता प्राप्त) में रखते थे। एक महीने पहले IT ने रेड कर 140 लॉकर सील किए थे। इस बीच नोटिस देकर पूछताछ करते रहे लेकिन शनिवार शाम से लॉकर खुल रहे हैं। उनमें 300 से ज्यादा कारोबारियों के पैसे हैं, ज्यादातर हिसाब देने को तैयार हैं। जिसकी ब्लैकमनी हो, उसी पर कार्रवाई होनी चाहिए।