मणिपुर मुद्दे पर सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव मंजूर

नई दिल्ली, केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ संसद में अविश्वास प्रस्ताव लाया गया है। मणिपुर के मुद्दे पर विपक्षी दलों ने अविश्वास प्रस्ताव दाखिल किया है। बुधवार को संसद के मौजूदा मानसून सत्र के पांचवें दिन कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव दाखिल किया। उनके अलावा बीआरएस सांसद नागेश्वर राव ने भी अविश्वास प्रस्ताव दाखिल किया है। यह अविश्वास प्रस्ताव मणिपुर के मुद्दे पर दिया गया है। विपक्ष मणिपुर में जारी हिंसा पर सदन में चर्चा और पीएम मोदी से जवाब मांग रहा है। सरकार चर्चा को तो तैयार है, लेकिन पीएम मोदी के बदले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से जवाब देना चाहती है। विपक्ष पीएम मोदी से जवाब की मांग कर रहा है। इस मुद्दे पर पांच दिनों से संसद में भारी हंगामा मचा है।
स्पीकर ने नियमों के तहत 50 से ज्यादा सांसदों के समर्थन के बाद कहा कि अविश्वास प्रस्ताव पर बहस का समय सभी दलों से बातचीत के बाद तय करेंगे। हालांकि विपक्ष नारेबाजी करते हुए पीएम मोदी की मौजूदगी की मांग करने लगे। इसके बाद लोकसभा 2 बजे तक स्थगित कर दी गई। दोबारा कार्रवाई शुरू होने पर वन (संरक्षण) संशोधन विधेयक पारित हुआ। हालांकि विपक्ष के हंगामे के चलते इसे गुरुवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया।
लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव के नोटिस को मंजूर कर लिया है। केंद्र सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर अगले हफ्ते चर्चा हो सकती है। बता दें कि संख्याबल में विपक्ष मौजूदा एनडीए सरकार से काफी पीछे हैं। लेकिन इसके बाद भी विपक्ष ने अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस दिया है। गौरव गोगोई के अलावा बीआरसी सांसद नामा नागेश्वर राव ने भी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव दाखिल किया। सुबह 11 बजे जैसे ही संसद की कार्यवाही शुरू हुई, दोनों सदनों में पहले कारगिल शहीदों की श्रद्धांजलि दी गई। फिर विपक्षी नेता अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी करने लगे। इसके बाद सदन में हंगामा शुरू हुआ। विपक्षी दलों की नारेबाजी और सदन में हो रहे हंगामे के कारण लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही स्थगित कर दी गई। 12 बजे के बाद कार्यवाही शुरू होते ही फिर से हंगामा होने लगा। ऐसे में सदन की कार्यवाही फिर से दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।