घर के आसपास लगाएं घास, गर्मी से मिलेगी राहत, ध्वनि प्रदूषण भी होगा कम, जानिए कैसे ?
बाहर से आने वाली आवाज को 10 डेसिबल तक कम करने की क्षमता
मथुरा, आधुनिक सुविधाओं के चक्कर में आज लोग पर्यावरण और प्रकृति से दूर होते जा रहे हैं। किसी का भी ध्यान पर्यावरण की तरफ नहीं है। मथुरा कृषि विद्यालय के एक्सपर्ट आशुतोष कुमार कहते हैं कि बहुत पौधे ऐसे हैं, जिनको हम अपने आसपास लगाकर तापमान पर नियंत्रण कर सकते हैं। यह बहुत मामूली चीज हैं। पौधों का महत्व ईश्वर लोक धर्म आस्था के साथ इंसानी जीवन के लिए बहुत ही उपयोगी हैं। इन पौधों के बिना हमारा पर्यावरण भी संतुलित नहीं रह सकता है।
घास यानी दुर्वा(दूब) मामूली नहीं, कई औषधीय गुणों से भरपूर
अगर आपका मन अशांत रहता है और शुद्ध वातावरण नहीं मिल रहा तो ऐसे में घास आपको लाभ पहुंचायेगा। मथुरा कृषि महाविद्यालय के एक्सपर्ट आशुतोष कुमार ने बताया की घास यानी दुर्वा(दूब) मामूली नही हैं, बहुत महत्वपूर्ण है। इसमें कई सारे एंटीबायोटिक औषधीय गुण पाए जाते हैं, साथ ही साथ सनातन धर्म में इसको बहुत महत्व दिया गया है।
हरी घास इंसानी जीवन के लिए बहुत महत्वपूर्ण
हमारे यहां किसीभी धार्मिक कार्यक्रम में गणेश जी प्रथम पूज्य हैं। गणेश जी को दुर्वा बहुत पसंद हैं। ऐसे में यह दुर्वा(दूब) यानी हरी घास हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। घास हमारे पर्यावरण को भी स्वच्छ बनाने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती है। आशुतोष कुमार ने कहा अगर कोई भी व्यक्ति अपने घर के आस-पास कम से कम 20×4 फुट की जगह में घास लगा ले तो हमारे आसपा के तापमान में 10 प्रतिशत तक की कमी आ सकती है।
10 डेसीबल तक रुक जाती है बाहर से आने वाली आवाज
हरी घास पर धूप की रोशनी को ठंडक में बदलने के साथ इसमें आवाज को भी रोकने की क्षमता होती हैं। घर के बाहर घास लगाने से बाहर से आने वाली कड़क आवाज भी 10 डेसीबल तक रुक जाती है। इससे हम पर्यावरण को आसानी से बचा सकते हैं। हम लोगों को ठंडी हवा भी मिलती रहती है और हमारा पर्यावरण भी साफ रहेगा।
अपने घर के आस पास घास लगाने से आप रहेंगे कूल- कूल
अगर आप भी गर्मी से परेशान हैं तो अपने घर के लान में यह घास लगा सकते हैं। जानकारी देते हुए गार्डेन ग्राम में मथुरा के एग्री एक्सपर्ट आशुतोष कुमार कहते हैं कि आजकल लोग एसी कूलर खरीदते हैं फिर भी गर्मी से राहत नहीं मिल पा रही है। लेकिन अगर कोई भी व्यक्ति अपने घर के आस-पास कम से कम कूल 80 वर्ग फुट जगह घास का बना लें तो उसे एसी की जरूरत ही नहीं पड़ेगी और ध्वनि प्रदूषण को कापफी हद तक आसानी से रोका जा सकता है।