राहत शिविर के लिए 75 हजार पंजीयन का लक्ष्य रखें - डॉ. जटिया
जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में कलेक्टर के निर्देश
Syed Javed Ali
मण्डला - कलेक्टर की अध्यक्षता में योजना भवन में जिला स्वास्थ्य समिति, की बैठक आयोजित की गई। बैठक में सेक्टरवार समस्त राष्ट्रीय कार्यक्रमों की विस्तार से समीक्षा की गई। डॉ. जटिया ने विभिन्न कार्यक्रमों के प्रभारी अधिकारी को निर्देशित किया गया कि अधिक से अधिक लोगों को चिकित्सा लाभ दिलायें। उन्होंने आगामी नवम्बर माह में स्वास्थ्य विभाग एवं रोटरी क्लब के संयुक्त तत्वाधार में आयोजित होने वाले निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर के बारे में विस्तार से चर्चा की। कलेक्टर ने कहा कि इस निःशुल्क शिविर का लाभ लेने के लिए जिले के समीपस्थ अन्य जिलों में भी प्रभावी प्रचार-प्रसार किया जाये। उन्होंने कहा कि वर्ष 2010 में आयोजित निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर में लगभग 50000 केस के रजिस्टेªशन किये गये थे। आगामी नवम्बर माह के शिविर में अधिक से अधिक लोगों को लाभ देने के लिए हमें 75000 पंजीयन का लक्ष्य निर्धारित करना होगा।
डॉ. जटिया ने जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में निर्देश दिए गए कि आरसीएच पोर्टल से समस्त सुपरवाइजर के कार्यक्रमों की समीक्षा की जावेगी। उन्होंने एएनसी रजिस्ट्रेशन सेवाऐं, चार जांच तथा संस्थागत प्रसव पर महत्वपूर्ण निर्देश दिये। साथ ही कहा कि सेक्टरवार होने वाले गृह प्रसव की भी समीक्षा की जायेगी। सभी माताओं को संस्थागत में प्रसव कराने प्रोत्साहित किया जाये। कलेक्टर ने मातृमृत्यु दर, शिशुमृत्यु दर एवं बाल मृत्यु दर की भी समीक्षा की। उन्होंने संस्था वार होने वाली मृत्यु की आंकड़ेवार जानकारी मांगी। डॉ. जटिया ने शिशु मृत्युदर, बाल मृत्युदर एवं मातृमृत्यु दर को कम करने के लिए सभी को इमानदारी एवं आपसी समन्वय से कार्य करने के निर्देश दिये। उन्होंने टीकाकरण कार्यक्रम के तहत संपूर्ण टीकाकरण पर भी चर्चा की।

कलेक्टर ने आरबीएसके कार्यक्रम के तहत जरूरतमंद बच्चों को चिन्हित कर उनका आपरेशन सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन किए जाने वाले बच्चों का समय-समय पर फालोअप भी सुनिश्चित किया जाये। डॉ. जटिया ने क्लबफुट, तिरछेपैर, कटेफटे होंठ एवं हार्ट की समस्या से ग्रस्त 0 से 18 वर्ष के बच्चों को सर्जरी के लिए नवम्बर माह में लगने वाले निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर के लिए चिन्हित करने के निर्देश दिये। कलेक्टर ने दस्तक अभियान में चिन्हित बच्चों की जानकारी पोर्टल में दर्ज करने के निर्देश दिये। उन्होंने पोषण पुनर्वास केन्द्र में भर्ती बच्चों का लगातार फालोअप किये जाने की बात भी कही। दस्तक अभियान में चिन्हित किए गए एनीमिक बच्चों को जिला चिकित्सालय में रक्त उपलब्ध कराते हुए उनके स्वास्थ्य का फॉलोअप भी किया जाये।
बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, ने सभी खण्ड स्तरीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि जो अधिकारी एवं कर्मचारी गंभीरतापूर्वक कार्य नहीं कर रहे हैं उन्हे स्पष्टीकरण देकर उनके निलम्बन की कार्यवाही प्रस्तुत करें। उत्कृष्ट कार्य करने वाले सुपरवाइजर को पुरूस्कृत किया जायेगा। बैठक के अंत में सीएम हेल्पलाइन के निपटाने के लिए निर्देशित करें। बैठक में जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ आर.के.पीपरे, जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. वाय. के. झारिया सहित स्वास्थ्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।