आठ मंत्री उम्मीदवार कर रहे अलग अलग पेनकार्ड का उपयोग, अजय दुबे ने की शिकायत
भोपाल
प्रदेश के तीन मौजूदा मंत्री, दो पूर्व मंत्रियों समेत इस बार विधानसभा चुनाव लड़ रहे आठ उम्मीदवार इस चुनाव में भी अलग-अलग पेनकार्ड के उपयोग को लेकर फस गए है। उर्जा मंत्री पारसचंद्र जैन ने तो पिछले दो विधानसभा चुनावों में अलग-अलग नंबरों का उपयोग किया और उनके ताजा नामांकन पत्र में उन्होंने एक तीसरे पैनकार्ड नंबर का उपयोग किया है। इसके अलावा स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री दीपक जोशी, पशुपालन मंत्री अंतर सिंह आर्य, पूर्व मंत्री रंजना बघेल, अजय विश्नोई भी एक से अधिक पेनकार्ड का विधानसभा चुनाव में उपयोग करने को लेकर चुनावी शिकायत में उलझ गए है।
आरटीआई एक्टिविस्ट अजय दुबे ने इस बार विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए अपने शपथ पत्र में पिछले दो विधानसभा चुनावों से अलग पेनकार्ड नंबर दाखिल करने को लेकर मुख्य चुनाव आयुक्त, मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी और उज्जैन, धार, जबलपुर, देवास, रीवा,बड़वानी और खंडवा के जिला निर्वाचन अधिकारियों को शिकायत करते हुए इनके नामांकन पत्रों के साथ लगाए गए शपथ पत्रों की जांच कर झूठी जानकारी देने और अलग-अलग पेनकार्ड का उपयोग करने के मामले मे कार्यवाही करने की मांग की है।
भारत निर्वाचन आयोग की वेबसाइट पर उपलब्ध पारसचंद्र जैन के वर्ष 2018 के चुनाव नामांकन के साथ जमा शपथ पत्र में पेनकार्ड नंबर एबीएनपीजे 7797 एफ का उपयोग किया है। वर्ष 13 में एबीएनपी 37797 एफ और वर्ष 2008 में बीएनपीजे7597 एफ की जानकारी इनके द्वारा दी गई है। जैन इस बार उज्जैन उत्तर से विधानसभा प्रत्याशी है।
हाट पिपल्या से प्रत्याशी स्कूल शिक्षा मंत्री दीपक जोशी ने वर्ष 2008 में एसीकेपीजे 6379एफ का उपयोग किया था। इसके बाद 13 के चुनाव में उन्होंने नया पेनकार्ड नंबर दिया जो एसीकेपीजे6319एफ था। जबकि इस बार 18 के चुनाव में उन्होंने फिर वर्ष 2008 वाले पेनकार्ड का उपयोग किया है। फिर भी उन्होंने दो अलग-अलग पेनकार्ड का उपयोग चुनाव लड़ने के लिए किया।
बड़वानी के सेंधवा से प्रत्याशी पशुपालन मंत्री अंतर सिंह आर्य ने वर्ष 2008 में एजीवायपीए 3267 ई नंबर बताया तो वर्ष 13 में उन्होंने एजीवीपीए 3267 ई का उपयोग किया। इस बार भी इन्होंने पिछले चुनाव का पेनकार्ड नंबर भरा है। इस तरह उन्होंने पिछले तीन चुनावों में दो पेनकार्ड नंबरों का उपयोग किया।
दो पूर्व मंत्रियों के पास भी एक से अधिक पेनकार्ड नंबर-धार जिले के मनावर से प्रत्याशी पूर्व मंत्री रंजना बघेल ने 2008 और 2018 में अलग-अलग पेनकार्ड बताए है। वही पूर्व मंत्री अजय विश्नोई ने भी वर्ष 13 में जो पेन नंबर बताया था इस बार उससे अलग पेनकार्ड नबंर की जानकारी दी है। जबलपुर में पाटन से प्रत्याशी पूर्व मंत्री अजय विश्नोई ने भी पिछले चुनाव से अलग पेनकार्ड नंबर इस चुनाव के नामांकन के साथ दिया है। खंडवा से प्रत्याशी देवेन्द्र वर्मा और सोनकच्छ से प्रत्याशी राजेन्द्र वर्मा, देवतालाब से प्रत्याशी गिरीश गौतम के भी पिछले दो चुनाव और इस चुनाव के पेनकार्ड नंबरों में भिन्नता है।
शिकायतकर्ता अजय दुबे ने शिकायत में कहा है कि चनाव लड़ने के लिए एक से अधिक पेनकार्ड का उपयोग लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम के तहत और आयकर अधिनियम के तहत दंडनीय अपराध है।इनकी जांच कर इस पर कार्यवाही की जाए।