आबकारी ठेकेदार ने जिलेभर के गाँव-गाँव मे खोली अवैध अघोषित कलारियाँ

शिवपुरी
कोरोना काल के चलते वैसे ही काम धंधे ठप्प पड़े हुए है आमदनी है नही बमुश्किल लोग अपनी गुजर-बसर कर रहे है। ऐसे में ठेकेदार द्वारा शराब के दाम एमआरपी से भी अधिक करने के कारण मदिरा प्रेमी परेशान हो गए है। जिसमे गरीब तबके का ज्यादा शोषण हो रहा है आलम यह है कि ये लोग महंगी शराब का सेवन करने के लिए कोरोना काल के लिये की गई जमा पूंजी और राशन तक बेच कर शराब पी रहे है। वही आमजन को भी इतनी महंगी शराब खरीदने में कठनाई हो रही है। गरीबों के पारिवारिक जन ठेकेदार सहित इसमें संलिप्त प्रशासनिक लोगों को भी बद्दुआ दे रहे है।
अब तो ठेकेदार ने गांव-गांव में अघोषित कलारियाँ खोलना शुरू कर दी है और प्रत्येक गांव में 2 से 3 अवैध शराब दुकानें खुलेआम पुलिस व आबकारी की नाक के नीचे खोली जा रही है जिसके चलते आमजन ओर युवा वर्ग को भी शराब घर बैठे गांव में उपलब्ध हो रही है भले ही महंगी सही इस ग्रामीण सप्लाई की चेन न टूटे इसके लिए आबकारी ठेकेदार ने कुछ थाना प्रभारियों चोंकी प्रभारियों से लेकर सिपाहियों तक लिफाफों का नजराना भी चढ़ा दिया है। जिसके तहत कई प्रभारियों को डेढ़ लाख तो किसी को 2 लाख थाना क्षेत्र के हिसाब से दिया जा चुका है वही अधिनस्त अमले को भी 1 हजार से लेकर 5 हजार की चढ़ोत्तरी पद के हिसाब से चढ़ाई जा चुकी है जिसके एवज में एमआरपी से अधिक दामों में शराब गांव-गांव बेचना शुरू कर ठेकेदार ने जनता को लूटने का प्लान आरंभ कर दिया है। लेकिन आबकारी ओर पुलिस महकमा ठेकेदार की चढ़ोत्तरी के आगे नतमस्तक हो मूकदर्शक बन गया है।
इस संबंध मे आबकारी अधिकारी करैरा से फोन पर बात की तो उन्होंने कोई जबाब नही दिया और कहा आफिस आकर बात करो ।
विनीत शर्मा, आबकारी अधिकारी, करैरा
जिला आबकारी अधिकारी से बात की तो उन्होंने बताया की गवर्मेंट ने दाम बढा दिए है लेकिन कलारियो पर कम प्रिंट का माल रखा है रेट सूची चस्पा करे देते है जब तक नया रेट का माल नही आएगा जब जो रेट सूची टागी है इसी के हिसाब से माल बिकेगा। साथ जो गाँव गाँव अवैध कलारी खुल रही है इसे भी हम दिखबाते है । इससे पहले भी हमने अवैध शराब बेचने बालो पर कार्यवाही की है ।
वीरेन्द्र धाकड, जिला आबकारी अधिकारी, शिवपुरी