कोहरे से निपटने रेलवे के पास तकनीक नहीं, कैंसिल होने लगीं ट्रेन

कोहरे से निपटने रेलवे के पास तकनीक नहीं, कैंसिल होने लगीं ट्रेन

जबलपुर
 रेलवे के पास कोहरे से निपटने के लिए तकनीक नहीं है। इस बार भी पैसेंजर को ही इसका खामियाजा भुगतना होगा। ट्रेनों पर इसका असर शुरू हो गया है। एक दिन पहले रेलवे ने जबलपुर से नईदिल्ली जाने वाली श्रीधाम एक्सप्रेस के फरवरी तक 10 फेरे रद्द कर दिए हैं। बुधवार को पटना से कोटा जाने वाली 13239-40 , इलाहाबाद-इटारसी 51189-90 समेत कई ट्रेनों को भी रद्द कर दिया गया। आने वाले दिनों में जबलपुर से दिल्ली और जबलपुर से यूपी-बिहार जाने वाली ट्रेनों को भी रद्द किया जाएगा।

घटी ट्रेनों की रफ्तार

कोहरे में चलने वाली ट्रेनों को सुरक्षित चलाने के लिए रेलवे ने इन इलाकों में ड्राइवर को कौशन आर्डर जारी कर दिए हैं। उन्हें 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार चलाने कहा है, ताकि ट्रेनों को आसानी से यहां से निकाला जा सके। इस वजह से अब ट्रेनों की रफ्तार कम होगी, जिससे ट्रेनों की लेटलतीफी बढ़ना तय है। खासतौर पर दिल्ली जाने वाली ट्रेनों का सफर 14 घंटे से 20 से 22 हो जाएगा। यही हाल यूपी-बिहार की ट्रेनों में दिखेगा।

पटरी पर फोड़ें पटाखे

कोहरे से बचने के लिए रेलवे के पास सिवाए पटरियों पर पटाखे फोड़ने के अलावा कुछ नहीं है। कोहरे वाले क्षेत्रों से ट्रेनों को निकालने के लिए इस बार भी पटाखें ही फूटेंगे। रेलवे एक्सपर्ट बताते हैं कि कोहरे में सबसे ज्यादा परेशानी ड्राइवर को सिग्नल देखने में होती है। इसके लिए रेलवे के पास कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं है,जबकि दूसरे देशों ट्रेनों के इंजन में ही सिग्नल जुड़े होने की तकनीक का उपयोग शुरू हो गया है, लेकिन भारत में अभी इस तकनीक पर कोई भी शुरू नहीं किया गया है।

परेशान रहे श्रीधाम के पैसेंजर

बुधवार को जबलपुर से नई दिल्ली जाने वाली श्रीधाम को कोहरे की वजह से रद्द कर दिया गया। जिन पैसेंजर से दो से तीन माह पहले ही इस ट्रेन में अपना रिजर्वेशन करा रखा था, उन्हें जानकारी न मिलने की वजह से वे स्टेशन पहुंच गए। यहां आने के बाद उन्हें ट्रेन रद्द होने की जानकारी लगी। इधर ट्रेन रद्द होने के कारण रेलवे ने सभी पैसेंजर को पूरा रिफंड लौटाया, लेकिन इसके लिए उन्हें लंबी कतार में लगना पड़ा।