खेत में मवेशियों को छोड़ने का विरोध किया तो महिला ने अपने पड़ोसी किशोरी को जिंदा जलाया 

खेत में मवेशियों को छोड़ने का विरोध किया तो महिला ने अपने पड़ोसी किशोरी को जिंदा जलाया 

कोरिया 
छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले के खड़गवां थाना क्षेत्र में एक महिला ने अपने ही पड़ोस में रहने वाली 17 वर्ष की किशोरी को जिंदा जला दिया. इस संगीन अपराध का तरीका जितना हैरान करता है, उससे भी ज्यादा हैरान उसके पीछे के कारण करते हैं. आरोपी महिला ने किशोरी को महज इसलिए जिंदा जला दिया. क्योंकि उसने अपने खेत में मवेशियों को छोड़ने का विरोध किया था और उसने इस बात की शिकायत पंचायत को की थी.

घटना के बाद लगातार 4 दिनों तक जिंदगी और मौत से संर्घष करने के बाद पीड़िता ने बीते रविवार को दम तोड़ दिया. इधर घटना के बाद पुलिस लगातार आरोपी महिला की पतासाजी में जुटी रही. कोरिया के खडगवां के सलका में रहने वाली आरोपी हिरमनिया बाई ने अपने दादा-दादी के साथ रहने वाली 17 वर्षीय किशोरी को मिट्टी का तेल डालकर जिंदा जला दिया. पुलिस के मुताबिक घटना की वजह केवल मवेशी चराने का मामूली सी बात थी.

पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक कोरिया के ग्राम सलका निवासी बजरंग सिंह के यहां उनकी 17 वर्षीय पोती गायत्री रहती थी. पड़ोस की महिला हिरमनिया बाई द्वारा मवेशियों को मृतिका के दादा के खेत में चरने के लिए छोड़ने की बात पर विवाद हो गया. मवेशियों को खेत में चरता देख किशोरी ने इसकी जानकारी अपने दादा को दी और मवेशियों को खेत से भगा दिया. विवाद के बाद मामला इतना बढ़ा की पंचायत तक जा पहुंचा.

पंचायत की बैठक में सुनवाई के बाद पंचों ने महिला को दोषी करार दिया और सजा के तौर पर उसे मवेशियों द्वारा की गई फसल का हर्जाना देने का आदेश दिया. घटना के बाद से महिला हिरमनिया मृतिका गायत्री और उसके दादा- दादी से बैर रखने लगी. इस बीच एक दिन जब गायत्री घर में अकेली थी और बिस्तर में लेटी हुई थी. तभी पड़ोसी महिला हिरमनिया उसके घर पहुंची और उसके दादा दादी के बारे में पूछने लगी. उस समय किशोरी के पेट में दर्द होने की वजह से वह लेटी हुई थी.

इसी बीच महिला ने गायत्री को अकेला पाकर उसके ऊपर मिट्टी का तेल डालकर आग लगाकर भाग निकली. आग से जल रही किशोरी के चिल्लाने की आवाज सुनकर पड़ोस के लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई. उसे उपचार के लिए खड़गवां चिकित्सालय ले गया गया, जहां उसकी गंभीर हालत को देखते हुए अम्बिकापुर के मिशन हॉस्पिटल में रेफर कर दिया गया. जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई.

जांच अधिकारी बीके सिंह ने बताया कि मामले में खड़गवां पुलिस ने पहले हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया. बाद में गायत्री की मौत के बाद हत्या का मामला दर्ज कर लिया है. फिलहाल इस अमानुष्कि वारदात को अंजाम देने वाली आरोपी महिला हिरमतिया बाई को गिरफ्तार कर रिमांड में जेल भेज दिया गया है.