मोदी सरकार का सेवानिवृत करोड़ों कर्मचारियों को बड़ा तोहफा
रतलाम
कैशलेस योजना को बढ़ावा देने के लिए कुछ समय पूर्व रेलवे में कर्मचारियों के लिए मेडिकल कार्ड बनाए गए थे। इससे एक कदम आगे बढक़र केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के निर्देश पर रतलाम रेल मंडल में 15 हजार सेवानिवृत्त कर्मचारियों के लिए मेडिकल हेल्थ कार्ड बनाए गए है। इनका वितरण शुरू कर दिया गया है। इस कार्ड को देशभर के मान्यता प्राप्त अस्पताल में दिखाने पर इलाज नि:शुल्क होगा। देश में सेवानिवृत्त कर्मचारियों के लिए इस तरह का कार्ड बनाने वाला रतलाम पहला रेल मंडल है।
एटीएम के जैसे दिखने वाले पीवीसी आई कार्ड को मंडल में शुरू किया गया है। बड़ी बात ये है कि इसमें क्यूआर की सुविधा दी गई है। इतना ही नहीं, आधारकार्ड नंबर भी इसमें शामिल किया गया है। एेसे में ये एक कार्ड ही कई कार्य के लिए बहुउपयोगी है। कार्ड में कर्मचारी का पीपीओ नंबर, हेल्थ की संक्षिप्त जानकारी, मंडल की जानकारी, आधारकार्ड नंबर, पासकार्ड नंबर, पेंशन की जानकारी, अंतिम पेंशन आदि की जानकारी को शामिल किया गया है।
इस तरह आया विचार
मंडल के अधिकारियों के अनुसार जब कर्मचारियों के लिए कार्ड बनाने के आदेश आए, तब ही ये निर्णय लिया गया कि सेवानिवृत्त कर्मचारियों के लिए भी इस तरह का कार्ड होना चाहिए। इसके बाद इस दिशा में कार्य करने की शुरुआत हुई। इसके बाद सबसे पहले पश्चिम रेलवे व बाद में रेलवे बोर्ड से अनुमती ली गई। इसके लिए मंडल रेल प्रबंधक आरएन सुनकर ने स्वयं व्यक्तिगत प्रयास भी किए। इसके बाद एक-एक सेवानिवृत्त कर्मचारी के पीपीओ की जानकारी कार्मिक विभाग से निकलवाई गई। इसमे बड़ी बात ये है कि इस वर्ष 31 अक्टूबर तक सेवानिवृत हुए रेल कर्मचारियों को इस प्राकर के कार्ड बनाकर दिए जा रहे है। इससे बाद में अगल से इन कर्मचारियों को कार्ड बनवाने के लिए चक्कर काटने की जरुरत नहीं होगी।
इलाज में बड़ा लाभ होगा
रेल कर्मचारी को तो कही भी उपचार के लिए परेशानी नहीं आती है, लेकिन सेवानिवृत्त कर्मचारी को इसके लिए परेशानी होती है। इसी बात को विचार करके इस प्रकार के कार्ड को बनाया गया है। इसका वितरण भी शुरू कर दिया गया है।
- आरएन सुनकर, मंडल रेल प्रबंधक