सरकार बताएगी कितनी नौकरियां दीं!, मोदी राज के 4 साल

 नई दिल्ली 
केंद्र में आई नरेंद्र मोदी सरकार इस महीने के आखिर में अपने 4 साल पूरे करने जा रही है। चौथी सालगिरह पर सरकार जनता को यह बताएगी कि उसने अब तक कितने लोगों को रोजगार मुहैया कराया है, ताकि कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी पार्टियों को इस मुद्दे पर असफल रहने को लेकर घेरा जा सके।

 
सूत्रों के मुताबिक, सभी मंत्रालयों से उनके और उनके अंतर्गत विभागों द्वारा दी गई प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष नौकरियों के आंकड़े पेश करने को कहा गया है। सूत्रों ने यह भी बताया कि चौथी सालगिरह की योजना बनाने के लिए गठित समिति इसे काफी प्रमुखता दे रही है। 

सूत्र ने बताया, 'सभी मंत्रालय और संबद्ध विभाग निश्चित समय के अंतराल पर अपनी उपलब्धियों के बारे में डेटा देते रहते हैं। इस बार उन्हें सभी जानकारियां देने को कहा गया है, जिसमें यह भी बताना है कि बीते 4 साल में उन्होंने कितने रोजगार के अवसर पैदा किए।' सूत्रों ने कहा कि सरकार विशेष रूप से संगठित क्षेत्र में नौकरियों का ब्योरा लोगों तक पहुंचाएगी। 

सूत्र ने कहा, 'सभी सेक्टर के डेटा इकट्ठे होने के बाद हमे एक अच्छी रिपोर्ट की उम्मीद है।' बता दें कि रोजगार के मुद्दे पर कांग्रेस लगातार मोदी सरकार पर निशाना साधती रही है। कांग्रेस का दावा है कि मोदी सरकार एक साल में 2 करोड़ नौकरियां देने का अपना वादा पूरा करने में असफल रही है। हाल ही में, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने दावा किया था कि चीन 24 घंटे में अपने 50 हजार युवाओं को नौकरी देता है, जबकि नरेंद्र मोदी 24 घंटे में सिर्फ 450 को रोजगार दे पाते हैं। 

बीते बुधवार, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता आनंद शर्मा ने कहा था, '15 से 19 सालों के युवाओं के बीच रोजगार को बहुत नुकसान पहुंचा है। यह 20 प्रतिशत से घटकर 9 प्रतिशत रह हया है। 20 से 24 साल के युवाओं में यह 7 प्रतिशत घटा है।' शर्मा ने यह भी दावा किया था कि नोटबंदी के बाद महिलाओं में रोजगार 16 प्रतिशत से घटकर 12 प्रतिशत रह गया है। रोजगार उत्पादन और कृषि संकट सरकार के लिए दो प्रमुख चिंताएं रही हैं।