10 ट्रेड यूनियनों ने भारत बंद का आह्वान किया है, बैंकिंग-परिवहन समेत दूसरी सेवाओं पर असर


नई दिल्ली
10 ट्रेड यूनियनों ने बुधवार को भारत बंद का आह्वान किया है। इसकी वजह से बैंकिंग, परिवहन समेत दूसरी सेवाओं पर कहीं काफी असर दिखा तो कहीं हालात एकदम सामान्य रहे। माना जा रहा है कि तकरीबन 25 करोड़ लोग इस हड़ताल का हिस्सा हैं। उधर, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए केंद्र की मोदी सरकार पर हमला किया है। उन्होंने लिखा है कि मोदी-शाह सरकार की जन विरोधी, श्रम विरोधी नीतियों ने भयावह बेरोजगारी पैदा की है। मोदी अपने पूंजीपति दोस्तों की मदद करने के लिए सार्वजनिक उपक्रमों को लगातार कमजोर कर रहे हैं। इसके विरोध में आज 25 करोड़ लोगों ने 'भारत बंद 2020' का आह्वान किया है। मैं उन सभी को सल्यूट करता हूं। आइए डालते हैं एक नजर कहां कैसा रहा बंद...

मुंबई में बेअसर 'भारत बंद'
मुंबई की लाइफलाइन कही जाने वाली उपनगरीय ट्रेनें, बसें, ऑटो-रिक्शा और अन्य सार्वजनिक वाहन सामान्य रूप से चल रहे हैं। अधिकारियों ने कहा, ‘ मामूली विलंब के अलावा तीन लाइनों पर उपनगरीय ट्रेनें सामान्य रूप से चल रही हैं।’ एमएमआरडीए (मुंबई महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण) के सूत्रों ने बताया कि मेट्रो और मोनोरेल सेवाएं सुचारू रूप से चल रही हैं। बृहन्मुंबई विद्युत आपूर्ति एवं परिवहन (बेस्ट) के एक अधिकारी ने बताया कि बसें निर्धारित समय के तहत चल रही हैं। बेस्ट की बसें मुंबई, उसकी विस्तारित उपनगरों और नवी मुंबई में चलती हैं।

शिवसेना के समर्थन के बाद भी ज्यादा असर नहीं
भारत पेट्रोलियम में विनिवेश के केंद्र सरकार के कदम के खिलाफ मुंबई में भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) के कर्मचारियों द्वारा विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। शिवसेना ने ट्रेड यूनियनों द्वारा बुलाए गए भारत बंद को समर्थन दिया है। इसके साथ ही शिवसेना ने केंद्र सरकार पर उसकी नीतियों और फैसलों को लेकर निशाना साधा। हालांकि शिवसेना के समर्थन के बाद भी मुंबई में बंद का बहुत ज्यादा असर नहीं दिखा।


दिल्ली में बिगड़ा मौसम आया आड़े
भारत बंद के बीच दिल्ली का बिगड़ा मौसम हड़ताल को प्रभावी बनाने में आड़े आ गया है। दिल्ली में बाजार आम दिनों की तरह खुले हैं और सड़कों पर सामान्य गतिविधियां हैं। ऑल इंडिया ट्रेड यूनियन कांग्रेस (एटक) में स्टेट कमिटी के सदस्य राजेश कश्यप ने कहा कि आज बारिश की वजह से लोग उम्मीद के अनुसार कम एकत्र हुए हैं। मंगोलपुरी फेस-2 इंडस्ट्रियल एरिया में सभी को एकजुट होकर फेस-1 और नांगलोई के उद्योग नगर तक जाने की योजना है।

शिमला में बर्फबारी के बीच डटे रहे प्रदर्शनकारी
भारत बंद के बीच पहाड़ों की रानी कहे जाने वाले शिमला में शानदार नजारा देखने को मिला। बर्फबारी के बीच लोग विरोध प्रदर्शन में डटे रहे। सीटू के बंद में लोग बर्फबारी के बीच छाते लेकर खड़े रहे और केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ अपना विरोध जताया। शिमला में कुल 10 ट्रेन यूनियंस ने बंद का आह्वान किया था, हालांकि बर्फबारी के चलते बंद ज्यादा प्रभावी नहीं रहा।


SFI और TMC वर्कर्स के बीच झड़प
पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) के कार्यकर्ताओं के बीच बर्धमान में भारत बंद के दौरान झड़प हो गई। इस दौरान कुछ लोग एक युवक को पीटते हुए नजर आ रहे हैं तभी दूसरी ओर से भीड़ वहां पहुंचती है और युवक का बचाव करते हुए मारपीट शुरू हो जाती है।


आंध्र में निकाली गई रैली
केंद्र सरकार की नीतियों के विरोध में, आंध्र प्रदेश के प्रमुख शहरों में वाम दलों और ट्रेड यूनियनों द्वारा रैलियां निकाली गईं। विजयवाड़ा में राधम सेंटर से लेनिन सेंटर तक रैली निकाली गई। मचिलिपत्नाम में कोनेरू सेंटर से रैली निकाली गई। तिरुपति से मिली खबरों के अनुसार पुलिस ने युवा संगठनों को ‘शव यात्रा’ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पुतले ले जाने से रोका। विजयवाड़ा में आरटीसी बस अड्डे के बाहर राजमार्ग पर धरना दे रहे कांग्रेस, सीपीआई और सीपीएम नेताओं को हिरासत में ले लिया गया। सीपीआई के राज्य सचिव के रामकृष्ण ने अपने और सीपीएम तथा कांग्रेस नेताओं को गिरफ्तार किए जाने की निंदा की। उन्होंने कहा, ‘हमने महज बीजेपी नीत केंद्र सरकार की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ बंद का आह्वान किया लेकिन पुलिस उग्रता दिखा रही है।’

रेलवे ट्रैक पर प्रदर्शनकारी
केंद्र सरकार की 'मजदूर विरोधी नीतियों' के चलते बुधवार को 10 ट्रेड यूनियनों ने भारत बंद का आह्वान किया है। इसके मद्देनजर पश्चिम बंगाल में प्रदर्शनकारियों ने हावड़ा में रेलवे ट्रैक बाधित कर दिया। इसकी वजह से रेल यात्रा कर रहे यात्रियों को भी खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। पश्चिम बंगाल के ही उत्तरी 24 परगना स्थित कंचरापारा में भी प्रदर्शनकारियों ने रेलवे ट्रैक ब्लॉक कर दिया।