जयपुर, अलवर, जोधपुर एवं बाड़मेर में केमिकल (इंडस्ट्रियल) डिजास्टर की राज्य स्तरीय मॉक एक्सरसाइज आयोजित

जयपुर, अलवर, जोधपुर एवं बाड़मेर में केमिकल (इंडस्ट्रियल) डिजास्टर की राज्य स्तरीय मॉक एक्सरसाइज आयोजित

जयपुर। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण एवं आपदा प्रबंधन, सहायता एवं नागरिक सुरक्षा विभाग के संयुक्त तत्वाधान में राजस्थान के 4 संवेदनशील जिलों जयपुर, अलवर, जोधपुर एवं बाड़मेर में केमिकल (इंडस्ट्रियल) डिजास्टर की राज्य स्तरीय मॉक एक्सरसाइज गुरूवार को आयोजित की गयी।

मॉक अभ्यास में संबधित जिलों के जिला प्रशासन चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, परिवहन विभाग, फैक्ट्री एवं बॉयलर्स, उद्योग विभाग, नागरिक सुरक्षा विभाग, राज्य आपदा प्रतिसाद बल, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल, भारतीय सेना ने भाग लिया। राज्य स्तर पर उक्त मॉक अभ्यास की मॉनिटरिंग सचिवालय स्थित राज्य आपातकालीन परिचालन केन्द्र के नोडल अधिकारी विशेषाधिकारी प्रथम मक्खन लाल के निर्देशन में किया गया। जिला स्तर पर उक्त मॉक अभ्यास की मॉन्टिरिंग जिला आपदा नियंत्रण कक्ष से की गयी।

जयपुर जिला कलेक्टर जितेन्द्र सोनी के मार्गदर्शन में राजावास ग्रामीण क्षेत्र में गेल इंडिया लिमिटेड की एलपीजी गैस पाईपलाईन में रिसाव के संदर्भ में उक्त मॉक अभ्यास का आयोजन किया गया। जोधपुर के जिला कलेक्टर गौरव अग्रवाल के मार्गदर्शन से पाली रोड मोगडा क्षेत्र में उमा पॉलिमर फैक्ट्री में टॉलिन गैस के रिसाव के संदर्भ में उक्त मॉक अभ्यास का आयोजन किया गया। अलवर के जिला कलेक्टर अर्तिका शुक्ला के मार्गदर्शन से लॉर्ड्स क्लोरो फैक्ट्री में क्लोरीन गैस के रिसाव के संदर्भ में उक्त मॉक अभ्यास का आयोजन किया गया। बाड़मेर की जिला कलक्टर टीना डाबी के मार्गदर्शन से वेदान्ता लिमिटेड में क्रूड ऑयल के रिसाव के संदर्भ में उक्त मॉक अभ्यास का आयोजन किया गया।

उक्त सभी मॉक अभ्यास में रेड जोन, येलो जोन एवं ग्रीन जोन बनाकर लीकेज/ रिसाव को दुरस्त करने की कार्यवाही की गई। साथ ही लीकेज गैस / ऑयल से प्रभावित नागरिकों को आवश्यक स्वास्थ्य सहायता मेडिकल टीम द्वारा उपलब्ध करवाई गई। 

राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के संयुक्त सचिव के. पी. सिंह ने कहा कि राजस्थान प्रदेश गैस, पेट्रोलियम, केमिकल एवं खनिज आदि आपदाओं से परिपूर्ण हैं लेकिन यहां जलवायु परिवर्तन के कारण हीट वेव, बाढ, वज्रपात जैसी प्राकृतिक आपदाओं के कारण केमिकल डिजास्टर का खतरा बना रहता है। इसलिए उक्त आपदाओं से निपटने के लिए पूर्व चेतावनी प्रणाली, अन्तरविभागीय समन्वय विकसित करके खतरों को कम किया जा सकता है। राज्य के आपदा प्रबंधन विभाग के संयुक्त सचिव भगवंत सिंह ने सफलतापूर्वक मॉक अभ्यास का आयोजन होने पर सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया।

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