मंत्री गोविंद सिंह से परेशान महंत जगदीश दास ने दी आत्महत्या की चेतावनी
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के मंत्रीमंडल में शामिल परिवहन मंत्री गोविंद सिंह से परेशान महंत जगदीश दास ने आत्महत्या की चेतावनी दी है। मामला सागर जिले में स्थित मंदिर के नामांतरण से जुड़ा है। इनका आरोप है कि मंत्री के दबाव में एसडीएम नामांतरण नहीं कर है। जबकि सिविल न्यायालय मंदिर के पक्ष में फैसला सुना चुका है।
मंत्री और उनके भाई के दबाव में एसडीएम नहीं कर रहीं नामांतरण
दरअसल सागर जिले के ग्राम बरखेड़ा महंत एवं ग्राम चकेरी स्थित श्री जानकीरमण मंदिर की जमीन का मामला सिविल न्यायालय द्वारा पक्ष में होने के बाद भी राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत एवं जिला पंचायत अध्यक्ष हीरा सिंह राजपूत के दबाव के कारण एसडीएम सपना त्रिपाठी द्वारा इसका नामांतरण नहीं किया जा रहा है। इसके विरोध में जानकीरमण मंदिर बरखेड़ा प्रबंधक महंत जगदीशदास ने 26 जनवरी 2023 को आत्महत्या की चेतावनी दी है । मंगलवार को पत्रकार वार्ता बुलाकर अपना दर्द साझा किया और कहा कि श्री जानकीरमण मंदिर की जमीन को हड़पने का प्रयास किया जा रहा है। मामले ने सिविल न्यायालय ने आदेश दिया है कि जानकीरमण मंदिर बरखेड़ा श्री वशिष्ठ भवन अयोध्या धाम का है। रामवल्लभ वैदांती के नाम नामांतरण रिकॉर्ड में पंजीबद्ध किया जाए। महंत जगदीशदास ने कहा वर्ष 2019 में नामांतरण को लेकर आवेदन किया गया था। लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नहीं की गई। उन्होंने राजस्व मंत्री एवं उनके भाई जिला पंचायत अध्यक्ष पर आरोप लगाते हुए कहा कि एसडीएम सपना त्रिपाठी इनके दबाव अनुसार कार्य कर रही हैं। पुराने रिकॉर्ड को विलोपित कराया गया है। उन्होंने कहा की अगर 26 जनवारी 2023 तक मंदिर की जमीन का नामांतरण नहीं किया गया तो वह आत्महत्या जैसा कदम उठाएंगे। इस मामले को जब सागर एसडीएम सपना त्रिपाठी से उनका पक्ष जाने उनके मोबाइल पर सम्पर्क किया गया तो उन्होंने फोन रिसीव नही किया।
मेरा व परिवार का मंदिर की जमीन पर कब्जा नहीं
इस मामले को लेकर जिला पंचायत अध्यक्ष हीरा सिंह राजपूत का बयान सामने आया है। जिसमे उन्होंने अपनी बात रखते हुए कहा की मेरे या मेरे परिवार का किसी भी तरह से मंदिर की जमीन पर कब्जा नहीं है और किसी तरह से लेना देना नही है। इस तरह के सभी आरोप निराधार व मनगढंत है। इसका मौके पर जाकर लोग मुआयना कर सकते हैं।
अभी क्या
ग्राम बरखेड़ा महंत में देव जानकी रमण मंदिर स्थित है। इसकी लगभग 125 एकड़ जमीन है। बरखेड़ा महंत और आसपास के एक दर्जन गांव के लोगों द्वारा 11जून 2021 को एक धर्म सभा का आयोजन कराया गया । इसमें ग्रामीणों के बीच मंदिर के रखरखाव व सरकारी देखरेख में एक कमेटी के गठन का प्रस्ताव पारित कराया गया । जिसके आधार पर एसडीएम सागर द्वारा एक कमेटी का गठन किया गया। मंदिर का संचालन, रखरखाव, उसकी जमीन का आय व्यय का लेखा भी रखा जा रहा है।