दोपहर 2.30 बजे 3700 किलो बारुद के धमाके से 9 सेकंड में ढेर हो जाएगा ट्विन टॉवर
नोएडा। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर सेक्टर-93ए स्थित सुपरटेक एमराल्ड कोर्ट के ट्विन टावर रविवार दोपहर 2:30 बजे जमींदोज हो जाएंगे। 32 मंजिला एपेक्स (100 मीटर) व 29 मंजिला सियान (97 मीटर) टावर में 3500 किलोग्राम विस्फोटक लगाकर तारों से जोड़ दिया गया है। 9 से 12 सेकंड में ट्विन टावर मलबे के ढेर में तब्दील हो जाएंगे।
सुपरटेक के इस अवैध निर्माण को गिराने के लिए सभी विभागों से मंजूरी मिल जाएगी। स्ट्रक्चरल ऑडिट रिपोर्ट के आधार पर एक्सटर-1 और 2 के पिलर, बीम और कॉलम समेत 57 बिंदुओं पर काम पूरा किया जा चुका है। इमारत के धराशायी होने के बाद प्रदूषण स्तर की निगरानी के लिए विध्वंस स्थल पर स्पेशल डस्ट मशीन लगाई गई है।
दोनों टॉवर को गिराने से पहले सुरक्षा के पूरे इंतजाम
दोनों टॉवर को गिराने से पहले सुरक्षा के पूरे इंतजाम कर लिए गए हैं। आसपास के पूरे इलाके को भी खाली करा लिया गया है। स्थानीय प्रशासन की टीम माइक लगाकर पूरे इलाके को खाली कराने के अनाउंसमेंट कर रही है। आपको बता दें कि जैसे-जैसे सुपरटेक टॉवर को गिराने का समय नजदीक आ रही है, लोगों की उत्सुकता भी बढ़ती जा रही है और इस इलाके में लोगों की भीड़ भी बढ़ती जा रही है।
3700 किलो विस्फोटक लगाया गया
सुपरटेक ट्विन टॉवर्स को गिराने के लिए 3700 किलो विस्फोटक का इस्तेमाल किया जा रहा है। सुपरटेक ट्विन टॉवर में 103 मीटर ऊंचा एपेक्स और 97 मीटर ऊंचा सियान टॉवर शामिल है। सुरक्षा कारणों से एमराल्ड कोर्ट और आसपास की सोसायटियों के फ्लैट पूरी तरह से खाली करा लिए गए हैं। यहां से करीब 3000 वाहनों और 200 पालतू जानवरों को भी बाहर निकाला जा चुका है।
ठीक 2.30 मिनट पर दबाया जाएगा ट्रिगर
एडफिस इंजीनियरिंग के प्रोजेक्ट मैनेजर मयूर मेहता ने कहा कि पुलिस से मंजूरी मिलने के बाद दोपहर 2.30 बजे 'ट्रिगर' को दबाया जाएगा। डीसीपी (सेंट्रल) राजेश एस ने जानकारी दी है कि पूरे इलाके में 400 से ज्यादा पुलिसकर्मियों के साथ ही पीएसी और एनडीआरएफ के जवान भी तैनात किए गए हैं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ सुनील शर्मा ने कहा कि 6 एम्बुलेंस मौके पर रहेंगी और जिला अस्पताल के साथ-साथ फेलिक्स और रियलिटी अस्पताल में भी बिस्तर आरक्षित कर दिए गए हैं।
धराशायी इमारतों से निकलेगा 60 हजार टन मलबा
नोएडा प्राधिकरण की मुख्य कार्यकारी अधिकारी रितु माहेश्वरी के मुताबिक दोनों टॉवरों से करीब 60000 टन मलबा निकलेगा, जिसकी सफाई में करीब 90 दिन लगेंगे, जिसमें से करीब 35 हजार टन मलबा का निस्तारण किया जाएगा।