अंतर्राष्ट्रीय रक्तदान दिवस पर नगर वासियों ने बढ़ चढ़कर किया रक्तदान, ब्लड बैंक स्थापना के बाद 300 से अधिक मरीजों की बची जान

अंतर्राष्ट्रीय रक्तदान दिवस पर नगर वासियों ने बढ़ चढ़कर किया रक्तदान, ब्लड बैंक स्थापना के बाद 300 से अधिक मरीजों की बची जान

बलौदाबाजार
अंतर्राष्ट्रीय रक्तदान दिवस के अवसर पर जिला अस्पताल में आयोजित रक्त दान शिविर मेंनगरवासियों नेबढ़ चढ़कर हिस्सा किया। रक्तदान को लेकर महिलाओं और युवाओं में खासा उत्साह देखा गया। सिविल सर्जन डॉ परिहार ने बताया किरक्तदान मानव जीवन को बचाने में एक महत्वपूर्ण योगदान है।गंभीर दुर्घटनामें घायल व्यक्ति से लेकर अनीमिया ग्रस्त गर्भवती महिलाओंऔर अन्य रोगियों को खूनकी जरूरत पड़ती रहती है।

जिला अस्पतालमें इसी साल जनवरी में ब्लड बैंक की स्थापना हुई है। बीते 6 महीनों में करीब 350 यूनिट रक्त संग्रह किया गया है जिससे 300 से अधिक मरीजों की जान बचाई गई है। उन्होंने बताया ब्लड बैंक के बन जाने से गंभीर स्थिति में भी रोगी का इलाज जिला अस्पताल में संभव हो गया है। रोगियों को रायपुर केअस्पतालों में भेजने की जरूरत कम ही पड़ती है। जिससेग्रामीण इलाकों के मरीजों को काफी सुविधा हो गई है।

ब्लड बैंक अधिकारी डॉ अशोक वर्मा ने बताया कि रक्त का निर्माण मानव शरीर के बाहर नहीं हो सकता जरूरत मंद रोगी की जान बचानेके लिए रक्तदान ही एकमात्र उपाय है इसलिए रक्तदान के प्रति जागरूकता बहुत जरूरी हैताकि अधिक से अधिक रोगियों की जान बचाई जा सके ।उन्होंने बताया कि रक्तदान से किसी भी प्रकार की कमजोरी नहीं आती बल्कि रक्तदान के कुछ घंटों बाद ही मानव शरीर फिर से रक्त निर्माण कर लेता है। उन्होंनेबताया कि वो स्वयं नियमित रूप से रक्तदान करते हैं और हर स्वस्थ व्यक्ति को रक्तदान करना चाहिए।

रक्तदान शिविर में समाज सेवी संस्थाओं ने भी आयोजन को सफल बनाने में अपना योगदान दिया।आज शिविर में आकर प्रमोद कुमार,अश्वनी सिन्हा, कमलनाथ साहू,शेषमणि चौधरी,वी आर चंद्रवंशी,राकेश कुमार वर्मा, भूपेंद्र वर्मा, रूपेश साहू,मोतिमराम साहू,गणेश राम वर्मा, कृष्णा केशरवानी,अजय चतुर्वेदी, विकास कुमार,प्रेम नारायण केशरवानी, गीता केशरवानी ,डिगेश्वर साहू,उपेंद्र जायसवाल,संध्या केडिया शालिनी केड़िया, रामेश्वर नामदेव,अजय साहू,अविनाश केशरवानी, मनीष शरण,शाहरुख खान,करुणा देवांगन,विनोद कुमार,कमलेश कुमार ने रक्तदान किया।रक्तदान करने के बाद रक्तदाताओं को प्रशस्ति पत्र भी प्रदान किया गया।