प्रदेश में स्वाइन फ्लू से मौतों पर सीएम कमलनाथ ने जताई चिंता, किया ट्वीट 

प्रदेश में स्वाइन फ्लू से मौतों पर सीएम कमलनाथ ने जताई चिंता, किया ट्वीट 

भोपाल
प्रदेश में स्वाइन फ्लू से हो रही लगातार मौतों पर प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने चिंता जाहिर करते हुए प्रदेश के तमाम स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि इसकी रोकथाम को लेकर तत्काल आवश्यक कदम उठाए जाएं ।

साथ ही उन्होंने पूछा है कि क्या कारण है कि निरंतर स्वाइन फ्लू से मौतों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है।इसकी रोकथाम को लेकर क्या कदम उठाए जा सकते हैं। 

किन संसाधनों की कमी है, वह बताएं ताकि सरकार तत्काल निर्णय लेकर वह संसाधन उपलब्ध करा सके।

मुख्यमंत्री कमलनाथ जी ने प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में 2 वर्ष पूर्व मंजूरी मिलने के बाद भी वायरोलॉजी लैब  का काम प्रारंभ नहीं होने पर भी बडा आश्चर्य व्यक्त किया है। 

उन्होंने कहा है कि आईसीएमआर ने प्रदेश के चार स्थानों इंदौर, रीवा, सागर और ग्वालियर में वायरोलॉजी लैब को मंजूरी दी थी। अभी तक प्रदेश में स्वाइन फ्लू ऌ1 ठ1 की जांच भोपाल अककटर व जबलपुर की कउटफ लैब में ही हो पाती है। 

इंदौर में लेब को मंजूरी मिलने के बाद भी विभिन्न कारणों के नाम पर इस लेब का निर्माण टलता रहा।

इंदौर में स्वाइन फ्लू से मौतों का आंकड़ा निरंतर बढ़ता जा रहा है। जांच के अभाव में व रिपोर्ट आने में लंबा वक्त लगने के कारण बड़ी संख्या में लोगों की मौत हो रही है। जो कि चिंताजनक है।

उन्होंने कहा है कि इंदौर में शीघ्र वायरोलॉजी लैब का काम प्रारंभ किया जाएगा।इंदौर में निर्मित होने वाली वायरोलॉजी लैब में स्वाइन फ्लू की जांच सुनिश्चित हो ,इसको लेकर भी सरकार आवश्यक सारे कदम उठाएगी। इसको लेकर आगामी केबिनेट बैठक में प्रस्ताव लाया जाएगा। 

सरकार किन कारणों से 2 वर्ष में भी इसका काम प्रारंभ नहीं हुआ उस पर जाना नहीं चाहती है। इस पर किसी पर भी दोषारोपण कर इसे राजनीति का मुद्दा नहीं बनाना चाहती है।लेकिन हम इंदौर में स्वाइन फ्लू से होने वाली मौतों के आंकड़ों को देखते हुए शीघ्र ही वायरोलॉजी लैब के निर्माण को सुनिश्चित करेंगे। साथ ही उसमें स्वाइन फ्लू के टेस्ट को भी सुनिश्चित करेंगे। इसको लेकर सारे संसाधन उपलब्ध कराएंगे ,सारी व्यवस्थाएं करेंगे।

मुख्यमंत्री कमलनाथ ने प्रदेशभर के स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि स्वाइन फ्लू से बढ़ रहे मौतों के आंकड़ों को रोकने के लिए तत्काल आवश्यक कदम उठाये जाए।