MP टूरिज्म बोर्ड की होम स्टे योजना, पर्यटकों को मिलेगा गांव का माहौल, सरकार करेगी सहायता
20 हजार ग्रामीणों को मिलेगा रोजगार
भोपाल। प्रदेश में पर्यटन को बढावा देने के लिए सरकार कई प्रयास कर रही है। इसी के तहत हो स्टे योजना को मूर्त रूप देने में मप्र मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड लगा हुआ है। मध्य प्रदेश में आने वाले प्रर्यटकों में देश के साथ साथ विदेशी सैलानियों की संख्या बढ़ती जा रही है। दुनिया के पर्यटन मानचित्र पर मध्य प्रदेश तेजी से उभरता प्रदेश बन गया है। वही ऐतिहासिक इमारतों को साथ अब पर्यटन के क्षेत्र में ग्रामीण परिवेश और खानपान की मांग तेजी से उभर रही है।
पर्यटकों को को दिया जाएगा ग्रामीण परिवेश
मध्यप्रदेश में पर्यटकों को गांव में घूमने, ठहरने और खानपान का स्वाद लेने का मौका दिया जाएगा। देश के हृदय प्रदेश की संस्कृति से रूबरू कराने के उद्देश्य से मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड ने होम स्टे योजना लागू की है।
पहले चरण में 100 गांवों में होम स्टे का लक्ष्य
मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड द्वारा प्रदेश के एक हजार परिवारों के द्वारा से पर्यटकों को आवासीय सुविधा दिलाने के लक्ष्य रखा गया है। होम स्टे के तहत कमरों का निर्माण, कमरों का नवीनीकरण किया जाएगा। पहले चरण में 100 गांवों में होम स्टे के लिए अधोसंरचना निर्माण पर जोर दिया जा रहा है इसके लिए मध्यप्रदेश टूरिज्म विभाग द्वारा वित्तीय सहायता भी दी जाएगी।
गांवों में होम स्टे निर्माण एवं उन्नयन के लिए लागत का 40 फीसदी अनुदान
योजना के तहत चयनित गांवों में होम स्टे निर्माण एवं उन्नयन के लिए लागत का 40 फीसदी अनुदान के रूप में प्राप्त होगा। वही नवीन होम स्टे बनाने के लिए अधिकतम 2 लाख रुपए दिए जाएंगे। होम स्टे विकसित करने के लिए अधिकतम 1.2 लाख रुपए की राशि तय की गई है।
लगभग 20 हजार ग्रामीणों का रोजगार देने का लक्ष्य
मध्य प्रदेश पर्यटन विभाग द्वारा होम स्टे के लिए शुरू की योजना में पर्यटकों के ठहरने की उत्तम व्यवस्था की जाएगी। सैलानियों को स्थानीय भोजन उपलब्ध कराने पर फोकस किया जाएगा। स्थानीय कला एवं हस्त कला से रूबरू कराया जाएगा। लोकसंगीत एवं नृत्य की प्रस्तुती की जाएगी। योजना में स्थानीय खेल कूद और कौशल उन्नयन पर जोर देते हुए लगभग 20 हजार ग्रामीणों का रोजगार देने का लक्ष्य रखा गया है।