कील-मुहांसों से बचने के लिए बनाएं होममेड मॉइस्चराइज़र


अक्सर कील-मुंहासे वाले बहुत से लोग मॉइस्चराइज़र को छोड़ने की गलती करते हैं। क्योंकि उन्हें लगता है कि इससे समस्या बढ़ सकती है और जो की मुंहासों के फटने और सूजन का कारण बनता है। हालांकि यह सच नहीं है, क्योंकि मॉइस्चराइजिंग त्वचा की देखभाल के लिये अच्छी विधि है, जो मुंहासों पर गहरा असर डालती है।

अक्सर लोगों का मानना है कि मॉइस्चराइज़र का इस्तेमाल करने से मुहांसे और भी बढ़ जाते हैं और मुंहासे फूटने भी लगते हैं। लेकिन ये एक गलत धारणा है, अगर आप अच्छी तरह से अपनी त्वचा को मॉइस्चराइज्ड करते हैं तो मॉइस्चराइज्ड स्किन में अतिरिक्त तेल पैदा नहीं होता और मुंहासे भी ब्रेकआउट नहीं होते। हालांकि, सही प्रकार के मॉइस्चराइज़र का इस्तेमाल करना जरूरी है, जो विशेष रूप से मुंहासे युक्त त्वचा के लिये तैयार किया गया हो। और जबकि मार्केट में कई मॉइस्चराइज़र उपलब्ध हैं, यदि आप प्राकृतिक मॉइस्चराइज़र चाहते हैं तो हम आपकी मदद करेंगे।


आज हम आपको एक प्राकृतिक मॉइस्चराइज़र के बारे में बता रहे हैं, जो मुंहासे युक्त त्वचा के इलाज के लिये बेहद असरकारी है। यह अल्ट्रा-लाइट मॉइस्चराइज़र आपकी त्वचा को स्वस्थ रखता है और हानिकारक कारकों से बचाता है, मुंहासे से लड़ सकता है और रोमछिद्रों को साफ रख सकता है। यह मॉइस्चराइज़र प्राकृतिक चीजों से मिलकर बनाया गया है, जो सौंदर्य प्रसाधन के रूप में पूरी दुनियाभर में इस्तेमाल किया जाता है, यह अविश्वसनीय मॉइस्चराइज़र आपकी त्वचा को कई तरीकों से लाभ पहुंचा सकता है। इस मॉइस्चराइज़र को तैयार करने के लिये क्या-क्या सामग्री की आवश्यकता होती है उसे जानने के लिये पढ़ें...

सामग्री

    1चम्मच ग्रीन टी
    1/2 चम्मच अंगूर का तेल
    1 विटामिन-ई कैप्सूल
    4-5 बूंदे टी ट्री ऑयल
    2 बूंदे नींबू का तेल
    3 बूंदे अखरोट का तेल
    1/2चम्मच ऐलोवेरा जेल


तैयार कैसे करें:

•एक बड़ा कटोरा लें और इसमें सभी ऊपर दी गयी सामग्री को डालें।

•अब मॉइस्चराइज़र तैयार करने के लिये एक चम्मच से सभी सामग्री को मिलाएं।

•इसके बाद मिक्सचर को एक एयरटाइट कांच की बोतल में रख दें।

•बोतल को शुष्क जगह पर रखें और सीधे सूर्य की रोशनी से दूर रखें।
कैसे इस्तेमाल करें:

•सबसे पहले अपने चेहरे को गर्म पानी से धो लें फिर किसी क्लींजर से चेहरा साफ करें।

•फिर चेहरे को सूखने दें और टोनर का इस्तेमाल करें।

•अपनी हथेलियों पर मॉइस्चराइज़र की कुछ बूंदे डालें। और चेहरे पर मॉइस्चराइज़र को उंगलियों की मदद से लगाएं।

कितनी बार:

सप्ताह में कम से कम 3-4 बार इस मॉइस्चराइज़र का इस्तेमाल करें और स्वयं परिणाम आपके सामने होगा।

साम्रगी के लाभ:

ग्रीन टी- ग्रीन टी का इस्तेमाल करने से यह आपको सनप्रोटेक्शन से बचाती है। और त्वचा में अतिरिक्त तेल को अवशोषित करती है। ग्रीन टी कील-मुंहासों के लिये लाभकारी होती है।

इसके अलावा, इसका एंटी बैक्टीरियल गुण त्वचा की गहरी परतों पर पहुंचने में सक्षम होता है और मुंहासे पैदा करने वाले बैक्टीरिया को नष्ट करता है। अंत में, इसके इस्तेमाल से रोमछिद्र, डेडस्किन और विषाक्त पदार्थों को रोक जा सकता है।

अंगूर का तेल- अंगूर के तेल में लिनोलेइक एसिड होता है, जो मुंहासे ठीक करने में मदद करता है। इस सामग्री के इस्तेमाल से मुंहासे नहीं फैलते हैं और मुँहासे पैदा करने वाले बाहरी तत्वों से त्वचा की रक्षा करता है। इसके अलावा, इसमें विटामिन ई की उच्च मात्रा होती है। यह त्वचा में सुधार करने में मदद करता है।

चाय के पेड़ का तेल- कील-मुंहासे जैसी त्वचा संबंधी समस्या को दूर करने के लिये चाय के पेड़ का तेल एक असाधारण तेल है, जो आपकी त्वचा के लिए काफी गुणकारी है। यह त्वचा से अतिरिक्त तेल को दूर करने में मदद करता है, जो चेहरे से चिकनाई को कम करता है और आपकी त्वचा को नया रूप देता है। चाय के पेड़ का तेल त्वचा संबंधी संक्रमण को भी ठीक कर सकता है।

नीबूं का तेल- नींबू के तेल में विटामिन सी, एंटी ऑक्सिडेंट्स और साइट्रिक एसिड जैसे यौगिक पाये जाते हैं, जो मुंहासे फटने से लड़ने में मदद करते हैं। इसके इस्तेमाल से तैलीय त्वचा से भी राहत मिलती है।

अखरोट का तेल- अखरोट का तेल आपकी त्वचा को हाइड्रेट रखता है, क्योंकि यह विटामिन-ई से भरा हुआ है। इसके अलावा, इसकी अल्ट्रा-नर्सिंग क्षमताएं त्वचा की गहरी परतों को पोषण प्रदान करती हैं। अंत में, यह तेल आपकी त्वचा को जवां रख सकता है।