जबरन रिटायर करने रेलवे ने 6089 नामों की सूची बनाई, इसमें मृत कर्मी भी शामिल

दुर्ग
छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में 55 साल या उससे ज्यादा उम्र तक नौकरी करने वाले कर्मियों को जबरन रिटायरमेंट देने की जल्दबाजी में अफसरों ने जारी प्रारंभिक सूची में जिनकी मौत हो चुकी या रिटायर हो चुके हैं उनके नाम भी डाल दिए हैं. लिहाजा, इस सूची के जारी होने से रेलवे कर्मियों में हड़कंप मच गया है.
इन पदों पर काम करने वाले कर्मियों के नाम शामिल
आपको बता दें कि जारी सूची में 6089 कर्मियों के नाम सूची में होने से रेलवे में हड़कंप मच गई है. इसमें 55 से 60 साल पूरी करने वाले कर्मियों के नाम शामिल हैं. सूची में स्टेशन मैनेजर, ट्रैकमैन, जूनियर ट्रैकमैन, सीनियर ट्रॉलीमैन, टेक्नीिशयन, ड्राइवर, खलासी, पाेर्टल, सीनियर ऑपरेटर, गेटकीपर, लाइनमेन, कलर्क, टिकट कलेक्टर, टेलीकॉम मैनेजर, हॉस्पिटल अटेडेंट, सीनियर इंजीनियर आईटी, एकाउंटेंट, कमर्शियल विभाग समेत अन्य पदों में कार्यरत कर्मियों के नाम शामिल हैं.
सूची में 55 और इससे ज्यादा उम्र के लाेगों के नाम
इधर, इसके विरोध में रेलवे यूनियन ने मोर्चा खोल दिया है. लिहाजा, बिगड़ते हालात को देखते हुए संबंधित अफसरों ने अब इस सूची से किनारा कर लिया है. बता दें कि रेलवे ने अपने सभी जोन से 55 साल या इससे ज्यादा समय तक नौकरी करने वाले कर्मियों की सूची 9 अगस्त तक ही मंगवाए थे.
आपको बता दें कि दक्षिण पूर्वी मध्य रेलवे के अंतर्गत दुर्ग, कुम्हारी, राजनांदगांव, डोगरगढ़, बालोद, दल्लीराजहरा, रायपुर, बिलासपुर और नागपुर के क्षेत्र आते हैं. यहां से भी इस उम्र को पूरे करने वाले कर्मियोें के नाम रेलवे को भेजे गए थे. रेलवे प्रशासन के निर्देश के मुताबिक दक्षिण पूर्वी मध्य रेलवे की प्रारंभिक सूची जारी हो गई है. इस सूची में हर कर्मी की जॉइनिंग तारीख उनके कार्यरत विभाग और पद के नाम शामिल हैं.
सूची में मृतक व रिटायर कर्मियों के नाम
मिली जानकारी के मुताबिक रायपुर जोन के टेक्नीिशयन पनाथू, जेई सुदर्शन प्रसाद, तकनीशियन केवीएसएसएन राव की मौत दो साल पहले हो चुकी है. जल्दबाजी में रेलवे अधिकारियों ने इनके नाम भी शामिल कर लिए थे.
रेलवे से सूची बनाने में गड़बड़ी
वहीं इसी तरह डीजल लोको शेड रायपुर के कर्मी बी यादव रिटायर हो चुके हैं. इनके भी नाम रेलवे ने सूची में डाल रखे थे. इसलिए ऐसा माना जा रहा है कि जब एक यूनिट से इतनी ज्यादा गड़बड़ी की गई है, तो पूरे दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के अंतर्गत इस तरह के करीब 150 कर्मी होंगे.
बहरहाल, मृत और रिटायर कर्मचारियों के नाम सूची में शामिल होने जैसी गंभीर गलतियों के सामने आने के बाद अफसरों ने इस सूची से अपना पल्ला झाड़ लिया है. वहीं मान्यता प्राप्त दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे मेंस कांग्रेस ने इस पर आपत्ति जताई है. वहीं मामले में डीआरएम कौशलकिशोर सिंह ने कहा कि जो सूची है वह अधिकृत नहीं हैं. इसमें सुधार होगा.