नाथूराम गोडसे की मूर्ती पर फिर बवाल
जबलपुर
मध्य प्रदेश की 28 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव की सियासत के बीच अब एक बार पुर नाथूराम गोडसे को लेकर राजनीति गरमाने लगी है। ग्वालियर उपचुनाव से पहले अखिल भारत हिन्दू महासभा ने नाथूराम गोडसे की मूर्ति को लेकर नया विवाद खड़ा कर दिया है। मंगलवार को इस मुद्दे पर हिंदू महासभा ने ग्वालियर में एसडीएम कार्यालय का घेराव किया।
गोडसे की मूर्ति को लेकर हिंदू महासभा के इस प्रदर्शन की खबर पर आनन-फानन में भारी पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची। प्रदर्शनकारी हिंदू महासभा के कार्यकर्ता से समझाईश की गई और इसके बाद मामला शांत हो सका है।
दरअसल, प्रशासन की ओर से 15 नवंबर 2017 को नाथूराम गोडसे की मूर्ती जब्त की गयी थी। अब इसी मूर्ति की वापसी के लिए महासभा ने फिर से मुहिम चलाई है। महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. जयवीर भारद्वाज ने ज़िला प्रशासन से मांग की है कि वह उनके आराध्य नाथूराम गोडसे की प्रतिमा को उन्हें सौंपा जाये। अन्यथा नाथूराम गोडसे की दूसरी प्रतिमा उनके बलिदान दिवस 15 नबम्बर को अपने निजी हिन्दू महासभा भवन दौलतगज ग्वालियर में स्थापित करने पर मजबूर होना पड़ेगा।
हिंदू महासभा की ओर से इस बाबत जिला प्रशासन के गोरखी कार्यालय में एसडीएम को चेतावनी पत्र देकर प्रतिमा की मांग की है। साथ ही ये भी चेतावनी दी है कि अगर मूर्ति वापस नहीं होती है, तो वह नई मूर्ति को स्थापित कर देंगे। वहीं बीजेपी का कहना है कि ये हिन्दू महासभा का आंतरिक मामला है।