तौरेंगा एवं कुल्हाड़ीघाट के 23 श्रमिक विमुक्त होकर जिला प्रशासन की टीम के साथ सुरक्षित गरियाबंद पहुंचे
गरियाबंद
गरियाबंद के विकासखण्ड मैनपुर के ग्राम तौरेंगा एवं कुल्हाड़ीघाट के 23 श्रमिक तेलंगाना के पेद्दापल्ली के ईंट भट्ठे से विमुक्त होकर कल 30 दिसम्बर को जिला प्रशासन की टीम के साथ सुरक्षित वापस गरियाबंद पहुंच गये हैं। इनमें तौरेंगा के 4 और कुल्हाड़ीघाट के 19 श्रमिक शामिल हैं। कुल्हाड़ीघाट के श्रमिकों के साथ गये तीन बच्चे भी वापस आए हैं। कलेक्टर श्री श्याम धावड़े से आज कलेक्टोरेट में विमुक्त श्रमिकों ने मुलाकात की।
कलेक्टर श्री धावड़े ने श्रमिकों को समझाया कि गांव में काम की कोई कमी नहीं है, इसलिए रोजगार के लिए उन्हें बाहर जाने की जरूरत नहीं है। ग्रामीणजनों को उनके गांव एवं आसपास के गांव में मनरेगा के तहत स्वीकृत निर्माण कार्यो में पर्याप्त रोजगार मिल जायेगा। ज्ञातव्य है कि कलेक्टर श्री धावड़े के निर्देशानुसार नायब तहसीलदार डिगेश्वर साहू तथा संरक्षण अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग फणीन्द्र कुमार जायसवाल सहित सात सदस्यीय जिला प्रशासन की टीम गत 22 दिसम्बर को तेलंगाना के लिए रवाना हुई थी।
यह टीम बंधक श्रमिकों को विमुक्त कराने की कार्यवाही के पश्चात 23 श्रमिक एवं उनके तीन बच्चों सहित कुल 26 लोगों के साथ सकुशल गरियाबंद पहुंची। इन श्रमिकों को उनके परिजनों को सौंप दिया गया है।