मोईन कुरैशी के रिश्वत के आरोपों की जांच के लिए सरकार ने 7 देशों से मांगी मदद
नई दिल्ली
कुछ सरकारी अधिकारियों के मीट एक्सपोर्टर मोईन कुरैशी से रिश्वत लेने के आरोपों की जांच के लिए सरकार ने 7 देशों से मदद मांगी है। इन अधिकारियों पर करोड़ों रुपये की रिश्वत लेने और उसे अपनी पसंद के देश में हवाला के जरिए रखने का आरोप है। इस मामले की जानकारी रखने वाले लोगों ने यह बात बताई।
सिंगापुर और हॉन्ग कॉन्ग को पहले ही लेटर रोगेटरी (LR) जारी कर दिए गए हैं। बता दें कि न्यायिक सहयोग के लिए अदालत जब किसी विदेशी कोर्ट से औपचारिक तौर पर अनुरोध करती है तो उसे लेटर रोगेटरी (LR) कहा जाता है। सरकार ने जांच एजेंसियों को ब्रिटेन को LR जारी करने के लिए कोर्ट से संपर्क करने की स्वीकृति दी है। सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इनवेस्टिगेशन (CBI) और एन्फोर्समेंट डायरेक्टरेट (ED) ने यह जानकारी एक स्थानीय अदालत को दी है। इसके अलावा दुबई, स्विट्जरलैंड, फ्रांस और अमेरिका को भी LR जारी करने के लिए जांच एजेंसियां जल्द ही अदालत से निवेदन करेंगी।
CBI और ED दोनों ने 17-27 अक्टूबर तक वर्ल्ड फूड फेस्टिवल में हिस्सा लेने के लिए दुबई जाने के कुरैशी के निवेदन का कड़ा विरोध किया था। हालांकि, कोर्ट ने कुरैशी के खिलाफ कोई नया प्रमाण न होने के कारण 16 अक्टूबर को उसके दुबई जाने की अनुमति दे दी थी।
CBI और ED ने अदालत को बताया है कि कुरैशी के पास 8 देशों में 45 विदेशी बैंक अकाउंट हैं। उसके पास अमेरिका में 20, फ्रांस में 8, ब्रिटेन में 7, हॉन्ग कॉन्ग में 4, सिंगापुर में 2, इटली, आयरलैंड और संयुक्त अरब अमीरात प्रत्येक में 1-1 अकाउंट हैं। अदालत को बताया गया है कि कुरैशी एक विदेशी कंपनी मैसर्स बुलोवा होल्डिंग लिमिटेड का एकमात्र लाभार्थी मालिक है। इस कंपनी का ऑफिस ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड में है। जांच एजेंसियों ने अदालत को बताया है, 'लंदन एक आलीशान घर भी कथित तौर पर इस कंपनी के नाम पर खरीदा गया था।'
जांच एजेंसियों का कहना है कि हवाला ऑपरेटर्स रिश्वत की कुछ रकम का फ्रांस, ब्रिटेन, दुबई जैसे देशों में ट्रांसफर करते हैं। इस मामले में दो हवाला ऑपरेटर्स के नाम भी बताए गए हैं।
CBI और ED ने यह आरोप भी लगाया है कि कुरैशी ने 3 विदेशी फर्मों के जरिए मनी लॉन्ड्रिंग की थी। उन्होंने फ्रांस के एक मशहूर डिजाइनर को हवाला के जरिए भुगतान करने की भी जानकारी दी है। इस डिजाइनर ने दिल्ली में छतरपुर में मौजूद बंगले सहित कुरैशी की प्रॉपर्टीज का डिजाइन तैयार किया था।
कुरैशी के एंप्लॉयीज आदित्य शर्मा, इशमीत कौर, दीपाली यादव और दिनेश गुप्ता ने अपने बयानों में यह बताया है कि वे हवाला के जरिए दुबई, ब्रिटेन, इटली और अमेरिका में रकम ट्रांसफर कर रहे थे। कुरैशी के खिलाफ CBI और ED ने पिछले फरवरी में मामला दर्ज किया था। उस पर सरकारी अधिकारियों को रिश्वत देने और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप हैं। इस मामले में CBI के 2 पूर्व डायरेक्टर भी शक के घेरे में हैं।