समाजसेवी सुधीर आचार्य को राजभवन में राज्यपाल ने किया सम्मानित
awdhesh dandotia
मुरैना/भोपाल। राजभवन भोपाल में अल्पविराम आनन्द प्रशिक्षण गतिविधि समापन पर आयोजित सम्मान एवं प्रशस्ति कार्यक्रम गरिमामय रूप में समारोह पूर्वक सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर चम्बल अंचल के अग्रणी समाजसेवी और आनन्दम गतिविधियों के मास्टर ट्रेनर सुधीर आचार्य को राज्यपाल द्वारा सम्मानित किया गया और सुधीर आचार्य द्वारा राज्य आनन्द संस्थान की आनन्द गतिविधियों की प्रस्तुत की सराहना भी राज्यपाल द्वारा की गयी। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि महामहिम राज्यपाल श्री मंगूभाई पटेल ने इस अवसर पर राज्य आनन्द संस्थान के सकारात्मक प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि वर्तमान समय में लोग अत्यधिक तनाव, चिंता टेंशन में जी रहे हैं और उन्हें शांति की जरूरत है। ऐसे में जैसा कि सुधीर भाई ने बताया कि अच्छी सोच से मन बदलता है, और मन से तन बदलता है फिर तन -मन दोनों से मिलकर पूरा जीवन बदलता है, जिस तरह सुधीर भाई ने बहुत ही व्यावहारिक तरीके से इस बात को हमें समझाया है तो हमें यह समझ लेना चाहिए कि हम पहले अपने मन में अच्छे सकारात्मक विचारों को स्थान दें और फिर उनको अपने जीवन में उतारें, क्योंकि सिर्फ विचारों तक हम अच्छे बने रहेंगे तो कुछ नहीं होगा हमें उन अच्छे विचारों को अपने दैनिक व्यवहार में लाना होगा तभी हमारा जीवन आनंद में बनेगा, महामहिम राज्यपाल ने आगे कहा कि स्वयं को आनंदित रखकर ही दूसरों को आनंदित किया जा सकता है। इसके लिए हम निरंतर अभ्यास करें। बुराइयों को धीरे-धीरे अपने जीवन से विदा करें। मध्य प्रदेश राज्य आनंद संस्थान इस दिशा में अभिनव कार्य कर रहा है और उनके यह प्रशिक्षक बहुत अच्छी तरह से अपने जीवन में बदलाव लाते हुए लोगों के जीवन को आनंदमय बनाने का कार्य कर रहे हैं। इसके लिए इनका सम्मान किया जाना चाहिए। महामहिम ने इस अवसर पर अपने जीवन के कुछ प्रसंग भी साझा किए। इससे पूर्व कार्यक्रम में सुधीर आचार्य ने जीवन को आनंदमय बनाने हेतु आत्मशोधन गतिविधि फ्रीडम गिलास की प्रस्तुति दी तो स्वयं महामहिम भावविभोर हो गए और सुधीर आचार्य को समीप बुलाकर आत्मीय आलिंगन कर आशीष दिया। इस अवसर पर संस्थान के पांच मास्टर ट्रेनर सुधीर आचार्य, अंजना श्रीवास्तव, मुकेश करूआ, प्रदीप महतो और लखनलाल असाटी सहित कोऑर्डिनेटर मनू दीक्षित और निर्देशक प्रवीण गंगराणे को सम्मानित किया। मंच पर राजभवन के प्रशासनिक अधिकारी आई ए एस मुकेश चन्द्र गुप्ता और आई ए एस उमाशंकर भार्गव सहित उमेश श्रीवास्तव एवं नियंत्रक शिल्पी दिवाकर व श्रृष्टि भी मंचासीन थे।