सेना हर स्थिति में दुश्मन को करारा जवाब देने को तैयार: आर्मी चीफ नरवणे

सेना हर स्थिति में दुश्मन को करारा जवाब देने को तैयार: आर्मी चीफ नरवणे

लद्दाख

लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) पर तनावपूर्ण हालात हैं और भारत-चीन की सेनाएं आमने-सामने हैं. तनाव को देखते हुए भारतीय सेना के प्रमुख जनरल एमएम नरवणे दो दिवसीय लद्दाख दौरे पर हैं, जहां वह सभी तैयारियों की समीक्षा कर रहे हैं. आज मीडिया से बात करते हुए जनरल नरवणे ने कहा कि एलएसी पर स्थिति नाजुक और गंभीर है.

सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ने कहा कि अभी जो LAC पर स्थिति है वो नाजुक और गंभीर है, लेकिन हम लगातार इसके बारे में सोच विचार कर रहे हैं. हमारी सुरक्षा के लिए हमने कुछ एहतियाती कदम उठाए हैं. मुझे उम्मीद है कि हमने जो तैनाती की है उससे हम अपनी सुरक्षा कायम रखेंगे.

आगे सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ने कहा कि कल लेह पहुंचने के बाद मैंने अलग-अलग जगहों पर ऑफिसर्स से बात की और स्थिति का जायजा लिया. जवानों का मनोबल बहुत ऊंचा है वो हर चुनौती का सामना करने को तैयार हैं. मैं यकीनन कह सकता हूं कि हमारे जवान न केवल भारतीय सेना बल्कि देश का भी नाम रोशन करेंगे.

आपको बता दें कि भारतीय सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे सीमा पर चीन के साथ तनाव के बीच ऑपरेशन की तैयारियों की समीक्षा करने के लिए दो दिन के लद्दाख दौरे पर हैं. जनरल नरवणे गुरुवार तड़के लेह पहुंचे और वहां मौजूद वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बातचीत की. उन्होंने चीन के रणनीतिक प्रयासों को विफल करने के लिए रणनीति पर चर्चा की.

चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के सैनिक भारतीय इलाकों में घुसपैठ की कोशिश कर रहे हैं. वहीं दोनों देशों के सैन्य प्रतिनिधि तनाव कम करने के लिए बातचीत कर रहे हैं. हाल ही में चीन ने पैंगोंग त्सो में यथास्थिति को बदलते हुए ऊकसाउ घुसपैठ की है, जिसके बाद भारतीय सैनिकों ने भी कार्रवाई की.

दुनिया में सबसे शानदार भारत के फौजी: आर्मी चीफ
नरवणे ने दोबारा जोर देकर कहा कि एलएसी पर तैनात फौजी जवानों का मनोबल बेहद ऊंचा है। उन्होंने कहा, 'वो बहुत प्रेरित हैं। उनका मनोबल ऊंचा है और सामने पैदा होने वाली सभी तरह की परिस्थितियों से निपटने को पूरी तरह तैयार हैं। हम दोबारा कहना चाहते हैं कि हमारे अधिकारी और जवान दुनिया में सबसे शानदार हैं और वो न केवल आर्मी बल्कि राष्ट्र को गौरवान्वित करेंगे।' आर्मी चीफ ने गुरुवार को चुशूल सेक्टर पहुंचकर वहां की रक्षा तैयारियों का जायजा लिया था और वो आज दिल्ली लौटने वाले हैं।

बातचीत का दरवाजा भी खुला
एलएसी पर बिल्कुल विकट परिस्थितियों के बीच दोनों देशों ने सैन्य बातचीत का रास्ता खोलकर रखा है। चुशूल-मोल्डो बॉर्डर पॉइंट पर गुरुवार को चौथे दौर की ब्रिगेडियर स्तर की बातचीत हुई। हालांकि, इस बार भी बातचीत बेनतीजा रही।