हाईकोर्ट के आदेश के बाद भी जूडा की हड़ताल जारी, भोपाल-इंदौर में काम पर लौटीं नर्सें

जबलपुर
हाईकोर्ट के आदेश के बाद भी जूनियर डॉक्टर्स की हड़ताल जारी है. हाईकोर्ट ने बुधवार को जूडा की हड़ताल को अवैध ठहराया है. लेकिन ये डॉक्टर मांगें पूरी होने तक हड़ताल के फैसले पर अड़े हुए हैं. लेकिन भोपाल और इंदौर में नर्सें काम पर लौट आयी हैं.

भोपाल में हमीदिया प्रशासन ने नर्स एसोसिएशन अध्यक्ष सहित उपाध्यक्ष और सदस्यों को बर्ख़ास्त कर दिया है.  कुल 6 लोगों को नौकरी से निकाला गया है. नर्स एसोसिएशन अध्यक्ष धनराज नागर सहित भावना पटैया, रविंद्र सिंह, साजिद खान, वैशाली हिरनखेरे,सुनीता ज्योंजारे को बर्खास्त कर दिया गया है. लेकिन अस्पताल प्रशासन और जूनियर डॉक्टर के बीच कोई समझौता नहीं हो पा रहा है.  अस्पताल प्रशासन अब जूनियर्स डॉक्टर्स के ख़िलाफ एक्शन लेने के मूड में है.

एक दिन पहले राज्य सरकार एस्मा लगा कर जूडा के प्रदेश अध्यक्ष तक को बर्ख़ास्त कर चुकी है. लेकिन जूडा हड़ताल के फैसले पर कायम है, हालांकि वो सरकार से चर्चा के लिए तैयार हैं. जबलपुर से 5 जूनियर डॉक्टर्स भोपाल रवाना हो गए हैं. वो प्रदेश भर के जूडा प्रतिनिधियों के साथ सरकार से बात करेंगे. तैयारी ये है कि अगर सरकार से चर्चा रही विफल तो फिर वो हाईकोर्ट की फुल बेंच या सुप्रीम कोर्ट में मामला ले जाएंगे.

इस बीच नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कॉलेज अस्पताल ने जूडा संगठन के पदाधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के लिए गढ़ा थाने में आवेदन दिया है. इसमें एस्मा और HC के आदेशों का पालन नही करने की शिकायत की गयी है.कॉलेज के  डीन डॉ नवनीत सक्सेना का कहना है, नर्सो को 24 घंटे का अंतिम अल्टीमेटम दिया गया है. अगर उसके बाद भी वो काम पर नहीं लौटीं तो शुक्रवार से  वॉक इन इंटरव्यू शुरू कर नयी नर्सों की भर्ती शुरू हो जाएगी.

इंदौर में 700 नर्सें  एमवाय अस्पताल के गेट पर धरना दे रही थीं. इन लोगों ने सामूहिक इस्तीफे दे दिए ते. लेकिन अब इस्तीफे वापस लेकर काम पर लौट आयी हैं. हालांकि इन्होंने सरकार को 7 दिन का अल्टीमेटम दिया है. मांगें पूरी ना होने पर फिर हड़ताल की चेतावनी दी है.

ग्वालियर के गजराराजा मेडिकल कॉलेज में हड़ताली स्वशासी कर्मचारी पीछे हटने के लिए तैयार नहीं हैं. जयारोग्य और कमला राजा अस्पताल के करीब 600 स्वशासी कर्मचारी हड़ताल पर हैं. दोनों अस्पतालों की करीब 450 नर्से और पैरामेडिकल स्टाफ के 150 कर्मचारी भी हड़ताल पर हैं. इनका कहना है सरकार की दमनकारी नीति के आगे वो नहीं झुकेंगे. यहां भी सामूहिक इस्तीफे की तैयारी है. ये लोग GRMC के डीन डॉ एस एन आयंगर को इस्तीफ़ा सौंपेंगे.