केन्द्रीय वन मंत्री ने किया 12 करोड़ रुपये की लागत के एसटीपी अपग्रडेशन कार्य का लोकार्पण
जयपुर। केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव एवं वन एवं पर्यावरण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संजय शर्मा ने शनिवार को 12 करोड़ रुपये की लागत से अलवर के रामगढ के अग्यारा स्थित एसटीपी प्लांट के अपग्रडेशन कार्य का लोकार्पण किया।
केन्द्रीय वन मंत्री ने कहा कि एसटीपी व ठोस कचरा प्रबन्ध संयंत्र के वर्षो से बन्द होने व आस पास के निवासियों को हो रही परेशानियों के संबंध इस विषय के संज्ञान में आने पर इनको प्राथमिकता पर लिया। अब स्थानीय निवासियों को दुर्गन्ध से मुक्ति मिलने के साथ सिंचाई आदि के लिए पानी की उपलब्ध होगा। उन्होंने ठोस कचरा प्रबन्धन संयंत्र का निरीक्षण कर नगर निगम आयुक्त को निर्देश दिये कि नागपुर के नगर निगम द्वारा संचालित ठोस कचरा प्रबन्धन संयंत्र की तर्ज पर इसे संचालित कराने हेतु अलवर नगर निगम की संयंत्र संचालन फर्म रोल्स मैटेरियल के प्रतिनिधियों को नागपुर विजिट करावे। इस दौरान उन्होंने पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया।
वन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संजय शर्मा ने कहा कि अलवर शहर के सीवरेज के पानी के ट्रीटमेंट एवं ठोस कचरे के निस्तारण के दोनों संयंत्र लम्बे समय से बन्द थे। उन्होंने केन्द्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव को साधुवाद देते हुए कहा कि उनके प्रयासों से एसटीपी का अपग्रडेशन कार्य व बन्द ठोस कचरा प्रबन्धन संयंत्र रिकॉर्ड समय में पुनः प्रारम्भ हो सका। उन्होंने कहा कि अलवर जिले के चहुॅमुखी विकास के लिए प्रतिबद्धता के साथ केन्द्र व राज्य सरकार कार्य कर रही है।
जिला कलक्टर डॉ. अर्तिका शुक्ला ने बताया कि नगर विकास न्यास द्वारा कुल 12 करोड़ रुपये की राशि से एसटीपी के अपग्रडेशन कार्य हुआ है। जिसमें निर्माण लागत 8.64 करोड़ रुपये एवं एसटीपी के 10 वर्ष तक ऑपरेशन एवं मैनटिनेंस हेतु 3.17 करोड़ रुपये का प्रावधान रखा गया है। एसटीपी से अब शोधित पानी 20 बीओडी से घटकर 10 बीओडी हो जाएगा। जोकि दुर्गन्ध रहित होगा तथा उसका उपयोग सिंचाई आदि कार्यो में हो सकेगा। उन्होंने बताया कि समन्वय स्थापित कराकर ठोस कचरा प्रबन्धन संयंत्र को नगर निगम के संवेदक रोल्स मैटेरियल हैंडलिंग सिस्टम प्रा. लि. द्वारा कार्य प्रारम्भ कराया गया है। यहां स्थापित मशीनरी की क्षमता 300 टन कचरे के निस्तारण की है।
नगर विकास न्यास की सचिव सुधीगदे स्नेहल नाना ने बताया कि कार्यकारी एजेन्सी यूआईटी द्वारा संवेदक फर्म मै. जियो मिलर एण्ड को.प्रा.लि. के द्वारा एसटीपी के अपग्रडेशन कार्य कराया जाकर आज नगर निगम अलवर को संचालन कराये जाने हेतु हैण्डओवर किया गया। उन्होंने बताया कि पुराने संयंत्र को अपग्रेड किया गया है जिससे अब ट्रीटेड पानी 20 बीओडी जगह 10 बीओडी की गुणवत्ता का मिलेगा।
उन्होंने बताया कि इसके लिए ऐरियेशन टैक बनाया गया है जिसमें प्रथम चरण में पानी का शोधन प्रारम्भ होगा और जहां पानी 20 बीओडी से 13 से 14 बीओडी की रेंज में आएगा। इसके पश्चात 2 अन्य टैंकों में यह पानी जायेगा जिनके प्रत्येक टैंक में 6-6 पाइंट बनाये गये है जिनमें पाईथराईड पौधे जिसके अकोलापाम, केनानास आदि पौधे लगाये जाएगे जोकि पानी प्राकृतिक रूप से शोधित करते है। इसके उपरान्त अंतिम टैंक में पानी में क्लोरिन मिलाकर पानी को 10 बीओडी के स्तर पर लाया जावेगा। शोधित पानी को 5 लाख लीटर क्षमता के ओवर हैड टैंक में स्टोर होगा। जिसका उपयोग कृषि आदि में लिया जा सकेगा।