प्रेगनेंसी में क्या आपको भी होती है नाक से ब्लीडिंग?, जानें उपचार


 

जब भी हम प्रेगनेंसी के बारे में बात करते हैं तो सबसे पहले हमारे दिमाग में स्त्री का जो चित्र उभर कर आता है उसमें उसका बढ़ता हुआ पेट दिखता है। इसके अलावा उल्टी, सूजे हुए पैर, सांस लेने में तकलीफ आदि जैसे लक्षणों को भी हम प्रेगनेंसी से जोड़ते है और यह सब गर्भावस्था में आम बात होती है।

हालांकि गर्भवती महिलाएं इस बात से इंकार नहीं करेंगी कि ये सारी परेशानियां गर्भावस्था के दौरान झेलना उनके लिए आसान नहीं होता लेकिन प्रेगनेंसी के दौरान होने वाली एक और ऐसी परेशानी है जिसे अकसर गर्भवती महिलाएं नज़रंदाज़ कर देती हैं और वो है नाक से खून आना। हालांकि कई मामलों में गर्भवती महिला के नाक से खून बच्चे के लिए हानिकारक नहीं होता लेकिन होने वाली माँ इससे बहुत असहज महसूस करती है।

आइए इस विषय पर हम विस्तार से चर्चा करते हैं ताकि गर्भवती महिलाओं को इसके पीछे का कारण पता चल सके और शायद उन्हें इस परेशानी से थोड़ी राहत मिले।

इन कारणों से निकलता है गर्भवती महिलाओं के नाक से खून।

1. रक्त वाहिकाओं पर दबाव
2. सूखी नाक
3. डायबिटीज़ और उक्त रक्तचाप
1. रक्त वाहिकाओं पर दबाव

जिस प्रकार गर्भावस्था में स्त्री के शरीर के अन्य अंग प्रभावित होते हैं ठीक उसी प्रकार नाक की रक्त वाहिकाएं भी इससे प्रभावित होती हैं। माना जाता है कि इस दौरान रक्त वाहिकाएं बढ़ती हैं जिसके परिणामस्वरूप खून की आपूर्ति ज़्यादा होती है। नाज़ुक रक्त वाहिका इतना दबाव झेल नहीं पाती और इस वजह से कई बार प्रेगनेंट महिला के नाक से खून निकलने लगता है। कई मामलों में खून कम निकलता है तो कुछ महिलाओं में यह ज़्यादा होता है।

सूखी नाक

नाक का सूखापन ब्लीडिंग का एक मुख्य कारण है। इसकी वजह सर्दी, ज़ुकाम, साइनस इन्फेक्शन, एलर्जी या फिर मौसम में बदलाव भी हो सकता है। इसका एक अन्य कारण यह भी हो सकता है कि आजकल लोग ज़्यादातर एयर कंडीशन वाले कमरों में रहते हैं और अपना अधिकांश समय इन्हीं कमरों में बिताते हैं।

डायबिटीज़ और उक्त रक्तचाप

डायबिटीज़ और उक्त रक्तचाप के कारण भी अकसर लोगों के नाक से खून निकलने लगता है। यदि इसे प्रेगनेंसी से जोड़ा जाए तो इसकी सम्भावना और भी बढ़ जाती है। कई बार अंदरूनी चोट (अतीत में लगा कोई चोट भी) इसका कारण हो सकता है।

जैसा हमने आपको बताया कि नाक से खून आने की वजह अलग अलग होती है इसका यह मतलब बिल्कुल भी नहीं है कि आप पूरे नौ महीने इसे झेलें। हम आपको इस समस्या से निपटने के कुछ उपाय भी बताएंगे।

1. बेसिक जीवनशैली में बदलाव
2. आइस पैक
3. ल्यूब्रीकेंट
4. मुद्रा परिवर्तन
5. वायु को नम रखने वाले उपकरण
6. इलाज

बेसिक जीवनशैली में बदलाव

ध्यान रहे की आप बहुत ही आराम से छींके साथ ही छींकते समय अपना मुंह ज़रूर खुला रखें। इससे आपके नाक पर ज़्यादा दबाव नहीं पड़ेगा और नाक से खून भी कम निकलेगा। इस समस्या से छुटकारा पाने का एक और आसान तरीका यह है कि सुखेपन को रोकना। अपने म्यूकस मेम्ब्रेन को हाइड्रेटेड रखने के लिए आप अधिक मात्रा में तरल पदार्थों का सेवन करें।

आइस पैक

आइस पैक ब्लीडिंग को कम करने में काफी मददगार होता है। इसकी ठंडक से काफी हद तक आपको राहत मिलेगी। बर्फ आपकी रक्त वाहिकाओं को संकुचित करता है जिससे ब्लीडिंग कम होने लगती है। ध्यान रहे आइस पैक लगाते हुए आपके हाथ से आपका नाक बंद न हो। आपको आइस बैग या कोल्ड बैग का इस्तेमाल बहुत ही आराम से अपनी नाक पर करना है।

यदि आपके पास यह उपलब्ध नहीं है तो आप इसकी जगह जमे हुए हरे मटर का पैकेट या फिर ऐसी ही कोई दूसरी चीज़ का प्रयोग कर सकती हैं।

ल्यूब्रीकेंट

बाज़ार में कई सारे ल्यूब्रीकेंट उपलब्ध हैं जो आपके नाक से सूखेपन को दूर कर सकते हैं। इस तरह के ल्यूब्रीकेंट प्रेगनेंसी में आपके लिए सुरक्षित होते हैं। इसके लिए आप कोई साधारण पेट्रोलियम जैली का इस्तेमाल कर सकती हैं।

हम आपको सलाह देंगे कि आप सुगंध वाले ल्यूब्रीकेंट का इस्तेमाल न करें क्योंकि कई महिलाओं को प्रेगनेंसी के दौरान कुछ चीज़ों की महक से परेशानी होती है। आप वाटर बेस्ड या सेलाइन ल्यूब्रीकेंट का इस्तेमाल कर सकती हैं। यह आपको स्प्रे या ड्राप दोनों रूप में उपलब्ध हो जायेगा। आप कौन सा चुनती हैं यह आपकी पसंद पर निर्भर करता है।

मुद्रा परिवर्तन

जैसे ही आपके नाक से खून निकलने लगे आप फ़ौरन एक कुर्सी पर आराम से बैठ जाएं। ध्यान रहे कि आपके सिर का पोजीशन आपके स्तनों से ऊंचा रहे। अब हल्के हाथों से अपने नाक के निचले हिस्से को पिंच करें। इससे आप शीघ्र ही मुंह से सांस लेने लगेंगी। आप ऐसा 10 से 15 मिनट तक करें।

वायु को नम रखने वाले उपकरण

वातावरण में नमी के कारण प्रेगनेंसी में नाक में सूखापन आ जाता है ख़ास तौर पर जाड़े के मौसम में महिलाओं को तीसरे तिमाही में यह शिकायत ज़्यादा होती है। ऐसे में आप अपने घर में वायु को नम रखने वाले उपकरणों का प्रयोग कर सकती हैं।

गर्भावस्था में महिलाओं को धुल मिटटी से दूर ही रहना चाहिए। इसके लिए आपको अपने घर की साफ़ सफाई का भी विशेष ध्यान रखना होगा। सुनिश्चित करें कि प्रेगनेंसी में आप घर में जिस भी जगह सबसे ज़्यादा समय व्यतीत करती हैं वह जगह ज़्यादा गरम न हो।

इलाज

नोज ब्लीडिंग को बंद करने के कई इलाज हैं जो प्रेगनेंसी में बिल्कुल सुरक्षित होते हैं। बेहतर होगा आप अपने डॉक्टर से सलाह लें कि इनमें से आपके लिए सबसे अच्छा इलाज कौन सा है। ऐसे में आप नाक से ली जाने वाली सर्दी खांसी की दवाईयों का भी प्रयोग कर सकती हैं लेकिन अपने डॉक्टर से उचित सलाह के बाद ही क्योंकि कई बार अधिक खुराक के कारण मुश्किल खड़ी हो सकती है।