200 किस्म के पंछियों के बीच एक और टाइगर सफारी बनाने की तैयारी

200 किस्म के पंछियों के बीच एक और टाइगर सफारी बनाने की तैयारी

पन्ना
अब तक पर्यटन के नक्शे से गायब जबलपुर के दिन शायद फिर सकते हैं. प्रदेश में कान्हा, बांधवगढ़, पेंच और पन्ना के बाद जबलपुर में भी शेर की दहाड़ सुनने को मिल सकती है. डुमना नेचर रिजर्व में टाइगर सफारी बनाने की तैयारी है.

जबलपुर को भी टाइगर सफारी की सौगात मिल सकती है. डुमना नेचर पार्क को टाइगर सफारी बनाने की संभावना तलाशी जा रही है. नेचर पार्क करीब 2 हज़ार एकड़ में फैला है. स्थानीय विधायक और वित्त मंत्री तरुण भानोत खुद इसमें दिलचस्पी ले रहे हैं. उनके निर्देश पर डुमना नेचर रिजर्व की डीपीआर तैयार की जा रही है. अगर सब कुछ ठीक रहा तो अगले साल तक टाइगर सफारी बनकर तैयार होने की उम्मीद है.

डुमना नेचर रिजर्व जबलपुर से महज़ 15 किलोमीटर दूर है. इस घने जंगल में अभी टाइगर के सिवाय लगभग सभी जंगली जानवर हैं.

यहां टाइगर सफारी बनाने की मांग करीब 10 साल से की जा रही है. हर बार बात आगे तो बढ़ी लेकिन मुकम्मल न हो सकी. इस बार सरकार के मंत्री ने शहर की इस मांग को सुना और बात आगे बढ़ी.

यहां टाइगर सफारी के प्रोजेक्ट प्रभारी के मुताबिक डुमना नेचर पार्क में वो सब कुछ है, जो किसी टाइगर सफारी के लिए जरूरी है. यहां वॉटर बॉडी के साथ करीब 200 से अधिक किस्म के पक्षी भी हैं. अगर यहां टाइगर सफारी बन जाता है तो ये अच्छा-खासा टूरिस्ट प्लेस बन सकता है.