बेटमा में अमित शाह ने की राजनीतिक आतिशबाजी, कार्यकर्ताओं में भरा जोश
इंदौर। दीपावली की पूर्व संध्या पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बेटमा में जमकर राजनीतिक आतिशबाजी कर भाजपा के पक्ष में राजनीतिक रंग जमाया। उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं में जोश भरने के साथ इशारों ही इशारों में हिंदुत्व व प्रधानमंत्री मोदी का ध्यान में रखते हुए वोट करने की बात कहीं। यहां तक दावा किया कि वर्तमान में भाजपा सरकार बेमिसाल है लेकिन उसे बेस्ट बनाया जाएगा।
देपालपुर विधानसभा में त्रिकोणीय मुकाबला
देपालपुर विधानसभा में त्रिकोणीय मुकाबला माना जा रहा है। भाजपा ने मनोज निर्भयसिंह पटेल को टिकट दिया तो हिंदूवादी नेता राजेंद्र चौधरी बगावत करके निर्दलीय चुनाव लड़ रहे है। शनिवार को शाह का दौरा मनावर, गंधवानी और धार क्षेत्र में था लेकिन बेटमा की सभा आखरी में जोड़ी गई। सभा की शुरुआत में ही उन्होंने कहां कि 2024 में मोदी को प्रधानमंत्री बनाना है या नहीं? 3 दिसंबर को भाजपा सरकार बनानी है या नहीं? सभा भाजपाइयों को संकल्प दिलाया, कहां कि मैं पटेल को जीतने के लिए देपालपुर आया हूं। शाह का भाषण हिंदुत्व और मोदी के इर्द गिर्द रहा।
आपका वोट मध्यप्रदेश और देश के विकास व सुरक्षा के लिए
राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहां कि राहूल बाबा बोलते थे मंदिर वहीं बनाएंगे पर तिथि नहीं बताएगे। राहूल बाबा कान खोलकर सून लो 22 जनवरी को मोदी प्राण प्रतिष्ठा करेंगे। 17 नवंबर को जब वोट देने जाए तो एक बात याद रखना मनोज निर्भय सिंह पटेल को विधायक बनाने के लिए वोट नहीं देना है। आपके वोट से वे विधायक तो बन जाएगे परंतु आपका वोट मध्यप्रदेश और देश के विकास व सुरक्षा के लिए होगा। आपका एक वोट मध्यप्रदेश में सरकार बनाएगा। मोदी की डबल इंजन सरकार बनेगी। एक तरह से पटेल को नहीं मोदी को वोट देंगे। इधर, सभा में गोपालसिंह चौधरी, उमानारायण पटेल, चिंटू वर्मा, गुमानसिंह पंवार और कई खाटी नेता भी मंच पर सक्रिय नजर आए। अब तक ये संदेश था कि ये सभी पटेल से नाराज है।
कांग्रेस ने पिछड़ा वर्ग के लिए क्या किया
शाह ने पिछड़ा वर्ग को लेकर भी कांग्रेस पर निशाना साधा। कहना था कि पिछड़ा वर्ग की बात कमलनाथ करते है। उनको पूछने आया हूं कि कांग्रेस ने पिछड़ा वर्ग के लिए क्या किया? मंडल कमिशन का रिपोर्ट आने के बाद कितने साल दबाकर रखा, कांग्रेस पार्टी ने रखा। विरोध किसने किया कांग्रेस ने किया। अब तक 27 प्रतिशत आरक्षण नहीं दिया। मोदी ने 27 प्रतिशत आरक्षण पिछड़ा वर्ग को देने का काम किया। मोदी सरकार में 27 ओबीसी मंत्री जिनका प्रतिशत 35 प्रतिशत से ज्यादा है। 70 साल तक कांग्रेस ने पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक मान्यता देने का काम नहीं किया। मोदी ने आयोग को संवैधानिक मान्यता देने का काम किया।